Lok Sabha Elections 2024: चुनाव के पहले ईवीएम में गड़बड़ी का हल्ला शुरू हो जाता है. ईवीएम को लेकर विपक्ष हमलावर है. वहीं लोकसभा चुनाव का सिलसिला भी शुरू हो गया है. 7 चरणों में होने जा रहे इस लोकतंत्र के महोत्सव में दूसरे चरण का नामांकन प्रक्रिया जारी है. इसी बीच हाल ही में कांग्रेस ने चुनाव में बैलेट पेपर का प्रयोग करवाने का अनोठा उपाय खोज निकाला है. कांग्रेस नेता भूपेश बघेल और दिग्विजय सिंह ने एक सीट में 383 से ज्यादा उम्मीदवार के उतरने की बात कही थी. राजनांदगांव से इसकी तस्वीरें भी सामने आने लगी हैं.
करीब 300 उम्मीदवार पहुंचे
जानकारी के अनुसार, बुधवार को राजनांदगांव जिला निर्वाचन कार्यालय में नामांकन फार्म लेने के लिए करीब 300 लोग पहुंचे हैं. इसमें से 125 से 150 लोग डोंगरगढ़ के हैं. छुरिया से 60 और गंडई से 70 लोगों के पहुंचने की बात सामने आई है. बताया जा रहा है आज राजनांदगांव से 30 लोग फार्म ले सकते हैं.
भूपेश बघेल की बातों का असर
छत्तीसगढ़ के पूर्व मूख्यमंत्री और राजनांदगांव से कांग्रेस के लोकसभा उम्मीदवार भूपेश बघेल ने कुछ दिन पहले बयान दिया था. जिसमें उन्होंने कहा था कि निर्वाचन आयोग की प्रश्नावली के अनुसार नोटा सहित 383 अभ्यर्थी यदि नामांकन भरते है तो ईवीएम से नहीं बल्कि बैलेट पेपर से मतदान किया जा सकता है. शायद भूपेश बघेल के इसी बयान का असर है कि नामांकन फार्म लेने के लिए बड़ी तादाद में जिला निर्वाचन कार्यालय पहुंचे हैं.
क्या बदलेगी प्रक्रिया?
राजनांदगांव में जिस संख्या में लोग चुनाव के लिए नामांकन पत्र लेने आ रहे हैं इससे अंदेश लगाया जा रहा है कि क्या आखिर सच में चुनाव प्रक्रिया में बदलाव होगा. दरअसल EVM में मुख्य दो और कुछ जगह तीन यूनिट होती हैं. पहली बैलेट यूनिट होती है जिसमें उम्मीदवार के नाम नाम, चुनाव चिन्ह और बटन होते हैं. बैलेट यूनिट में एक बार में 16 उम्मीदवारों और उनके चुनाव चिंह दिख सकते हैं. और 24 बैलेट यूनिट जोड़े जा सकते हैं. ऐसे में 24 गुणा 16 यानी NOTA समेत कुल 384 उम्मीदवारों को ही एक बार में वोट डाला जा सकता है. ऐसे में अगर राजनांदगांव से इतने फार्म भर जाते हैं तो वैलेट पेपर से वोटिंग हो सकती है.