Akshay Kanti Bam: भाजपा नेता और इंदौर से कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याशी रहे अक्षय कांति बम की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. पुलिस के गिरफ्तारी वारंट के बाद अब कांग्रेस ने 55 सदस्यीय टीम बनाई है जो कि अक्षय कांति बम को खोजकर पुलिस को सूचना देगी. पुलिस ने बम और उनके पिता के खिलाफ 17 साल पुराने केस में गिरफ्तारी का वारंट जारी किया है लेकिन बम पुलिस से बचकर भाग रहे हैं.
कांग्रेस ने 55 सदस्यों की निगरानी टीम गठित की
कांग्रेस से बागी हुए अक्षय कांति बम का एक मामले में कोर्ट से गिरफ्तारी वारंट जारी आदेश के बाद अब तक बम की गिरफ्तारी नही होने पर कांग्रेस ने 55 सदस्यों की निगरानी टीम गठित की है जो अक्षय बम को सलाखों के पीछे करने के लिए पुलिस को सूचना देगी. इंदौर शहर कांग्रेस कमेटी के कार्यवाहक अध्यक्ष देवेंद्र सिंह यादव ने कहा की अक्षय बम ने कांग्रेस में रहकर पार्टी के पीठ में छुरा घोंपा है.
बीजेपी पर लगाए बम को बचाने के आरोप
उन्होंने बताया कि अक्षय बम 307 धारा का आरोपी मुलजिम है, जिसे कोर्ट के आदेश के बाद अब तक पुलिस गिरफ्तार नहीं कर पाई है. अक्षय बम को पकड़वाने के लिए अब कांग्रेस का विशेष निगरानी दस्त शहर के अलग-अलग भागों में फेल कर ढूंढेगा, आरोपी नेता जैसे ही कही दिखता है तो संबंधित पुलिस थाने और पुलिस कमिश्नर को तुरंत सूचना देकर उसकी गिरफ्तारी की मांग की जाएगी. कांग्रेस नेता यादव ने बीजेपी सरकार को भी घेरे में लिया और अक्षय बम को बचाने और कोर्ट के आदेश की अवहेलना करवाने का आरोप भी उन्होंने लगाया है.
10 मई को होना था कोर्ट में पेश
इंदौर जिला कोर्ट ने अक्षय कांति बम और उनके पिता के खिलाफ गिरफ्तारी का वारंट जारी कर 10 मई के दिन कोर्ट में पेश होने का आदेश दिया था. लेकिन वो 10 मई के दिन कोर्ट नहीं पहुंचे. दरअसल, अक्षय कांति बम पर एक जमीनी विवाद में 4 अक्टूबर 2007 को यूनुस खान पर हमला करने और धमकाने का आरोप है. और पढ़ें…Jitu Patwari: लोकसभा चुनाव होते ही एक्शन में प्रदेश कांग्रेस, PCC चीफ जीतू पटवारी ने किए कई बड़े दावे, देखें
एफआईआर दर्ज करते समय पुलिस ने बम पर हत्या के प्रयास की धारा नहीं जोड़ी थी. लेकिन जिस दिन इंदौर लोकसभा सीट से नामांकन भरा उसी दिन बम पर धारा 307 लगाई गई. कई लोगों का कहना है कि इन्हीं आरोपों के डर से उन्होंने बीजेपी ज्वाइन की.