Chhatarpur News: मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के राजनगर तहसील अंतर्गत धवाड़ खरीद केंद्र घोटाले के मामले में एक नया मोड़ सामने आया है. इसमें शिकायतकर्ता राममूर्ति तिवारी का एक ऑडियो वायरल हुआ है, जिसमें शिकायतकर्ता संबंधित खरीद केंद्र प्रभारी एवं सह प्रभारी से शिकायत वापस लेने के एवज में पैसों की मांग करता हुआ सुनाई दे रहा है. इस पूरे मामले में फिलहाल प्रशासन ने शिकायतकर्ता की शिकायत के आधार पर तहसीलदार धीरज गौतम ने खरीद केंद्र प्रभारी अरुण गुप्ता एवं सह प्रभारी भूपेंद्र गुप्ता के खिलाफ 420 के तहत मामला दर्ज करके मामलें की विवेचना प्रारंभ कर दी है.
क्या है पूरा मामला
पिछले दिनों अकोना गांव के पूर्व सरपंच राममूर्ति तिवारी ने धवाड़ में स्थित राई खरीदी केंद्र की एक शिकायत प्रशासन से लिखित रूप में की थी. इस शिकायत के बाद प्रशासन ने मामले में एक्शन लिया और तीन ट्रक जिसमें 1300 से भी अधिक राई से भरी बोरियों को जब्त करके कार्यवाही प्रारंभ कर दी. लेकिन इस मामले में ऑडियो वायरल होने के बाद अब नया मोड़ आ गया है. शिकायतकर्ता, खरीद केंद्र के सह प्रभारी भूपेंद्र गुप्ता से बातचीत करते हुए शिकायत में 3 लोगों की भागीदारी होने की बात कह रहा है और 2-2 लाख के हिसाब से ₹6 लाख की मांग की गई.
5 लाख पर बात तय हुई
बातचीत के बाद 5 लाख पर बात तय हुई इसी बीच खरीदी केंद्र सहप्रभारी ने पूछा इसके बाद मुझे तहसीलदार और थाना प्रभारी को तो नही देना होगा कुछ तो शिकायतकर्ता का कहना था हम सब संभाल लेंगे. गौरतलब, हो कि शिकायतकर्ता राममूर्ति तिवारी 20 वर्षों तक अकोना गांव में सरपंच रहा हैं और वर्तमान में सत्ताधारी पार्टी का कद्दावर नेता हैं अब सवाल उठता है कि आखिर ऐसे सत्तासीन नेताओं के पेट न भरने के एवज में फर्जी कार्यवाहियों को अंजाम दिया जाता हैं.
मामलें में तहसीलदार और थाना प्रभारी की भूमिका संदिग्ध
राजनगर के धवाड़ राई खरीदी केंद्र की कार्यवाही अब सवालों के घेरे में आ गई हैं. धवाड़ खरीदी केंद्र के अकोना गोदाम पर संचालित खरीदी केंद्र में जो राई की खरीदी की गई हैं. उन किसानों को अब अपनी उपज का पैसा पाने के लिए भटकना पड रहा है. धवाड़ खरीद केंद्र पर हुई कार्यवाही में सत्ताधारी पार्टी के नेता के इशारे पर कार्यवाही हुई जिसमें तहसीलदार धीरज गौतम एंव थाना प्रभारी ने किसानों की खरीदी गई राई को जब्त करके कार्यवाही की फिर थाना प्रभारी ने बिना जांच के 420 के मामला भी दर्ज करवा दिया. और पढ़ें…Kaushal Kishore: “25 हजार वोटों से हार जाउंगा चुनाव” मोदी सरकार के मंत्री लोकसभा प्रत्याशी का बयान, वीडियो वायरल
शिकायतकर्ता इस पूरी कार्यवाही के पूर्व 3 लोगों के मामले में शामिल होने और 2-2 लाख रूपये मांगने की बातचीत खरीदी केंद्र प्रभारी से करता हैं मांग पूरी न होने पर कार्यवाही कर दी. ऑडियो वायरल होने के बाद अब इसमें जांच की मांग भी उठ रही हैं वही तहसीलदार और थाना प्रभारी की भूमिका भी संदिग्ध नजर आ रही हैं.
एसडीएम राजनगर ने कही जांच कराने की बात
धवाड़ राई खरीद केंद्र पर हुई कार्यवाही के मामले में यदि वरिष्ठ अधिकारी बारीकी से जांच कराएं तो शिकायतकर्ता और अधिकारियों के बीच गहरे संबंध उजागर हो सकते हैं. शासकीय कार्य में किस प्रकार से भ्रष्टाचार को अंजाम दिया जा रहा है और शिकायतकर्ताओं को आधार बनाकर अधिकारी किस तरह से वसूली करवा रहे हैं, इसका भी बड़ा खुलासा हो सकता है. हालांकि, वायरल ऑडियो के मामले में एसडीएम राजनगर से बात की गई तो उनका कहना था कि इसकी पूरी जांच कराई जाएगी और शिकायतकर्ता एवं तहसीलदार सहित थाना प्रभारी के संबंधों के भी जांच कराई जाएगी.