जम्मू-कश्मीर में लगातार शांति भंग करने की फिराक में हैं। जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले के एक वन क्षेत्र में सेना और आतंकियों के बीच मुठभेड़ जारी है। मुठभेड़ में पांच जवान गंभीर रूप से घायल हो गए। जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां इलाज के दौरान चार जवानों ने दम तोड़ दिया। डोडा जिले के देसा वन क्षेत्र में आतंकियों के साथ हुई संक्षिप्त मुठभेड़ में एक सैन्य अधिकारी समेत पांच सुरक्षाकर्मी घायल हो गए थे । घायलों की गंभीर हालत में इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। इनमें से एक अधिकारी समेत चार जवानों ने दम तोड़ दिया है । सुरक्षाबलों ने इलाके की घेराबंदी कर रखी है। घटना स्थल पर अतिरिक्त सुरक्षाबलों को भेजा गया है। सुरक्षाबलों के मुताबिक़ मुठभेड़ तब शुरू हुई जब राष्ट्रीय राइफल्स और जम्मू-कश्मीर पुलिस के विशेष अभियान समूह के जवानों ने देसा वन क्षेत्र के धारी गोटे उरारबागी में संयुक्त घेराबंदी और तलाशी अभियान शुरू किया था ।
जम्मू-कश्मीर उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने ट्वीट किया, “डोडा जिले में हमारी सेना के जवानों और जेकेपी कर्मियों पर हुए कायरतापूर्ण हमले के बारे में जानकर मुझे गहरा दुख हुआ है। हमारे राष्ट्र की रक्षा के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले बहादुर सैनिकों को श्रद्धांजलि। शोक संतप्त परिवारों के सदस्यों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं। हम अपने सैनिकों की मौत का बदला लेंगे और आतंकवादियों और उनके सहयोगियों के नापाक मंसूबों को विफल कर देंगे…”
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट किया, “उरार बग्गी, डोडा (जम्मू-कश्मीर) में आतंकवाद विरोधी अभियान में हमारे बहादुर और साहसी भारतीय सेना के जवानों की शहादत से बहुत दुखी हूं। शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं। राष्ट्र हमारे उन सैनिकों के परिवारों के साथ मजबूती से खड़ा है जिन्होंने कर्तव्य निभाते हुए अपने प्राणों की आहुति दी। आतंकवाद विरोधी अभियान जारी है और हमारे सैनिक आतंकवाद को खत्म करने और क्षेत्र में शांति और व्यवस्था बहाल करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”