पख्तूनख्वाह के मुख्यमंत्री अचानक लापता हो गए हैं. इमरान खान की पार्टी पीटीआई ने उनके अपहरण की आशंका जताई है.
द डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक, पीटीआई के नेता असद कैसर ने बताया कि खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री अली अमीन गंडापुर का इस्लामाबाद स्थित केपी हाउस से अपहरण कर लिया गया है. सरकार उनके बारे में कोई जानकारी नहीं दे रही है. उनसे संपर्क नहीं हो पा रहा है. फोन बंद है. उनके बारे में किसी को कुछ भी पता नहीं चल रहा है. असद कौसर ने चेतावनी दी कि अगर उन्हें 24 घंटे के अंदर सामने नहीं लाया गया तो उनकी पार्टी देशव्यापी विरोध प्रदर्शन करेगी.
पाकिस्तान के गृह मंत्री मोहसिन नकवी के बयान के बाद खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के मुख्यमंत्री अली अमीन गंडापुर की गुमशुदगी का रहस्य रविवार को गहरा गया। मोहसिन ने कहा कि किसी भी संघीय एजेंसी ने गंडापुर को हिरासत में नहीं लिया है। अज्ञात स्थान में छिपे गंडापुर की तलाश में पुलिस जुटी है।
पार्टी समर्थकों के साथ पीटीआई की रैली में भाग लेने इस्लामाबाद पहुंचने के बाद गंडापुर राजधानी स्थित खैबर पख्तूख्वा हाउस से शनिवार शाम से लापता हैं।

कैसर ने कहा, यह सिर्फ हमारे मुख्यमंत्री पर हमला नहीं, बल्कि पूरे देश पर हमला है. अगर हमारे साथ ये हुआ है तो आपके साथ भी होगा. आप भी सुरक्षित नहीं बचेंगे. हमें पता चला है कि जब उनका अपहरण किया गया तो बदमाशें ने केपी हाउस के अंदर भी तोड़फोड़ की है. इससे हमें मुख्यमंत्री की हालत को लेकर चिंता सता रही है. हम कोई अराजकता नहीं चाहते, शांति से विरोध करना चाहते हैं. यह हमारा संवैधानिक अधिकार है.
दरअसल, शनिवार को बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी इस्लामाबाद पहुंचे. वे इमरान खान को रिहा करने की मांग करते हुए प्रदर्शन करना चाहते थे. इस प्रदर्शन में मुख्यमंत्री भी शामिल थे. इसके बाद मुख्यमंत्री पार्टी कार्यकर्ताओं को इस्लामाबाद में छोड़कर केपी हाउस चले गए, जहां से वे गायब हो गए. पहले खबर आई कि उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है. लेकिन बाद में सरकार से जुड़े सूत्रों ने गिरफ्तारी से इनकार कर दिया. गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने कहा कि वह न तो पुलिस की हिरासत में है और न ही किसी अन्य संस्था की. हो सकता है कि वे अपने घर से भाग गए हों.