9 अगस्त को जूनियर डॉक्टर के साथ हुए रेप और मर्डर को लेकर सीबीआई जांच कर रही है. इस मामले में सीबीआई ने कोर्ट में 200 पेज की चार्जशीट दाखिल की है. इस केस में पहले से ही हिरासत में लिए गए आरोपी संजय रॉय को ही सीबीआई ने मुख्य आरोपी बताया है.
CBI ने क्या कहा ?
आरोपी संजय रॉय स्थानीय पुलिस के साथ एक नागरिक स्वयंसेवक के रूप में काम कर रहा था. सीबीआई ने अपनी चार्जशीट में आरोपी संजय रॉय को लेकर कहा है कि उसने कथित तौर पर 9 अगस्त को पीड़िता के साथ तब अपराध किया जब वो एक ब्रेक के टाइम अस्पताल के सेमिनार रूम में सोने गई थी. साथ ही सीसीटीवी फुटेज में संजय रॉय को 9 अगस्त की सुबह 4.03 बजे सेमिनार रूम में दाखिल होते देखा गया है.कोलकाता पुलिस को घटनास्थल पर आरोपी का ब्लूटूथ हेडफोन भी मिला.
डॉक्टर्स ने शुरू किया अमरण अनशन

अमरण अनशन शुरू करने से पहले शुक्रवार को जूनियर डॉक्टरों ने कोलकाता के धर्मतला में डोरिना क्रॉसिंग पर धरना प्रदर्शन किया था. इस प्रदर्शन में जूनियर डॉक्टर्स ने राज्य सरकार को उनकी मांगें पूरी करने के लिए 24 घंटे का समय दिया था, लेकिन मांगे पूरी की न होने पर डॉक्टर्स ने अमरण अनशन शुरू कर दिया.
इस मामले में कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष से भी सीबीआई ने पूछताछ की और उनके कई तरह के टेस्ट भी किए गए, जिसके बाद उन पर ईडी ने भी शिकंजा कसा था. हालांकि, इससे पहले भी सीबीआई ने 25 सितंबर को इस मामले में दावा किया था कि पुलिस स्टेशन में सबूत बदले गए थे और कहा था कि फर्जी रिकॉर्ड बनाए गए थे.
खुद को निर्दोष बताया
सीबीआई द्वारा मामले को अपने हाथ में लेने के बाद रॉय का लाई-डिटेक्टर टेस्ट किया गया, जिसमें उसने खुद को निर्दोष बताया. उसने दावा किया कि जब वह सेमिनार हॉल में दाखिल हुआ, तो महिला पहले से ही बेहोश थी. जब उससे पूछा गया कि उसने घटना के बारे में पुलिस को क्यों नहीं बताया, तो उसने कहा कि महिला को घायल अवस्था में देखकर वह घबरा गया था. सीबीआई ने कथित तौर पर कहा कि वह जांच में गुमराह करने की कोशिश कर रहा था. संजय रॉय ने यह भी दावा किया था कि उसे फंसाया जा रहा है.