Van Vihar National Park Bhopal भोपाल: राजधानी भोपाल स्थित वन विहार राष्ट्रीय उद्यान में 2 बाघों के बदले गुजरात से 2 एशियाई शेर आए हैं। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद गुजरात ने आखिरकार 2 शेर मध्य प्रदेश को भेजे हैं। गुजरात के जूनागढ़ सक्करबाग जू से एशियाटिक लॉयन का जोड़ा करीब एक हजार किमी का सफर तय कर वन विहार पहुंचा। स्वास्थ्य परीक्षण के बाद दोनों को क्वारंटाइन में रखा गया है। फिलहाल पर्यटक इनका दीदार नहीं कर सकेंगे।
16 साल बाद गुजरात से आया शेरों का जोड़ा
बता दें कि, एनिमल एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत इन शेरों को वन विहार नैशनल पार्क भोपाल लाया गया है। इनके बदले में वन विहार से बाघ का जोड़ा वहां भेजा गया था। वन विहार के डॉक्टरों और विशेषज्ञों की 9 सदस्यीय टीम दो विशेष वाहनों में लॉयन के इस जोड़े को लेकर वन विहार पहुंची। दोनों की उम्र तीन वर्ष है। अधिकारियों के मुताबिक इन्होंने मीट भी खाया।
शेरों की संख्या हुई 5 पांच
गुजरात से एशियाटिक लॉयन का जोड़ा आने के साथ ही वन विहार में सत्या, गंगा और नंदी सहित शेरों की संख्या 5 हो गई है। इनमें 2 नर और 3 मादा हैं। बता दें कि जूनागढ़ से शेर लाने की कवायद पिछले पांच सालों से चल रही थी। लिखित अनुबंध के बावजूद जूनागढ़ जू प्रबंधन तीन बार मुकर चुका था।
21 दिन बाद पर्यटक कर सकेंगे दीदार
वन विहार नेशनल पार्क के सहायक संचालक ने कहा कि अभी इन शेरों को निगरानी में रखा जाएगा। इसके बाद इन शेरों को बाड़े में लाया जाएगा, जिसके बाद दर्शक इनका दीदार कर सकेंगे। वहीं, वन विहार में एशियाटिक लॉयन का जोड़ा देखने के लिए पर्यटकों को बेसब्री से इंतजार है।
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने दी बधाई
16 वर्ष पुराना स्वप्न हुआ साकार…
वन विहार की ‘जंगल बुक’ में 2 और गिर के शेरों की दस्तक…
मुझे आप सबसे यह जानकारी साझा करते हुए अत्यंत प्रसन्नता हो रही है कि भोपाल के वन विहार में ‘Animal Exchange Program’ के तहत जूनागढ़ के शकर चिड़ियाघर से दो प्योर ब्रीड एशियाटिक लॉयन की दस्तक के साथ ही भोपाल का 16 वर्ष का इंतजार समाप्त हो गया है। अब निश्चित ही प्रदेश में शेरों का कुनबा बढ़ेगा एवं पर्यटन तथा रोजगार के नये द्वार खुलेंगे। हम वन्यजीवों के संरक्षण, संवर्धन एवं पुनर्स्थापन के लिए सदैव तत्पर हैं।
मध्यप्रदेश की धरती पर गिर के शेरों का स्वागत है और प्रदेशवासियों को इन मेहमानों के आगमन पर हार्दिक बधाई देता हूं।