एक साथ 18 लोगों का अंतिम संस्कार
गुजरात के बनासकांठा जिले में एक पटाखा फैक्ट्री में हुए ब्लास्ट में मध्य प्रदेश के 18 मजदूरों की जान चली गई। इन मजदूरों में देवास और हरदा जिलों के लोग शामिल थे। सभी मृतकों के शवों का अंतिम संस्कार मध्य प्रदेश के नेमावर नर्मदा घाट पर किया गया।
दुखद हादसे में बच्चों की भी जान गई
इस हादसे में कुल 20 से अधिक लोगों की मौत हुई है, जिनमें 5 से 8 साल के बच्चे भी शामिल हैं। मृतकों में एक मां और उसके तीन बेटे भी थे, साथ ही चाचा-भतीजे की जोड़ी भी इस हादसे का शिकार हो गई।
मृतकों के परिवारों को सरकार से आर्थिक मदद
मध्य प्रदेश सरकार ने मृतकों के परिवारों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। सरकार ने मृतकों के परिवारों को दो-दो लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया है।
स्थानीय प्रशासन और पुलिस ने दी अंतिम संस्कार में मदद
देवास के 10 मजदूरों के शव पहले उनके गांव संदलपुर ले जाया गया। वहां अंतिम दर्शन के बाद उन्हें नेमावर घाट लाया गया। हरदा के 8 शवों को सीधे गुजरात से नेमावर घाट लाया गया। अंतिम संस्कार के दौरान स्थानीय प्रशासन और पुलिस के अधिकारी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री ने जताया शोक और दी मदद का आश्वासन
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री ने इस घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया और कहा कि यह एक दुखद घटना है। उन्होंने मृतकों के परिवारों के साथ सहानुभूति जताते हुए उन्हें हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया।
शोक में डूबा क्षेत्र
पूरे इलाके में इस हादसे के बाद शोक का माहौल है। लोग दुखी हैं और उनकी आंखें नम हैं। प्रशासन इस कठिन समय में मृतकों के परिवारों को हर संभव सहारा देने की कोशिश कर रहा है।