रायपुर: छत्तीसगढ़ के चर्चित 2161 करोड़ रुपये के शराब घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा गिरफ्तार किए गए पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा को अब ईओडब्ल्यू (आर्थिक अपराध अन्वेषण शाखा) ने पूछताछ के लिए 4 दिन की रिमांड पर लिया है। कोर्ट ने रिमांड अवधि 11 अप्रैल तक तय की है। लखमा से घोटाले से जुड़े मिले अहम इनपुट पर विस्तृत पूछताछ की जा रही है।
लखमा के खिलाफ शराब घोटाले में जांच तेज
पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा के खिलाफ शराब घोटाले में जांच तेज होती जा रही है। सोमवार को लखमा को विशेष न्यायाधीश की अदालत में पेश किया गया, जहां ईओडब्ल्यू ने रिमांड अवधि बढ़ाने की मांग की, जिसे कोर्ट ने स्वीकार करते हुए उन्हें चार दिन की रिमांड पर भेज दिया।
जांच एजेंसी को इनपुट पर पूछताछ की जरूरत
अभियोजन पक्ष ने अदालत को बताया कि प्रकरण की जांच अभी जारी है और एजेंसी के पास कुछ नए इनपुट आए हैं, जिन पर लखमा से गहन पूछताछ जरूरी है। अदालत ने तर्कों को मानते हुए 11 अप्रैल तक रिमांड की मंजूरी दी।
2161 करोड़ के घोटाले में जनवरी से जेल में हैं लखमा
पूर्व मंत्री लखमा को ईडी ने जनवरी 2025 में गिरफ्तार किया था। इसके बाद 2 अप्रैल को प्रोडक्शन वारंट के जरिए कोर्ट में पेश कर उन्हें ईओडब्ल्यू रिमांड पर लिया गया था। 7 अप्रैल तक की रिमांड खत्म होने पर अब चार दिन की और अनुमति दी गई है।
सीजीएमएससी घोटाले में भी बड़ी कार्रवाई
इसी बीच, छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेज कॉर्पोरेशन लिमिटेड (CGMSC) घोटाले में गिरफ्तार शशांक चोपड़ा की न्यायिक हिरासत को भी 10 दिन के लिए बढ़ा दिया गया है। इस प्रकरण की अगली सुनवाई 17 अप्रैल को होगी।
एजेंसियां जांच को लेकर सक्रिय
शराब घोटाले और सीजीएमएससी भ्रष्टाचार प्रकरण में छत्तीसगढ़ की राजनीति में हलचल तेज है। एजेंसियां जांच को लेकर सक्रिय हैं और कोर्ट की निगरानी में पूछताछ और रिमांड की प्रक्रिया जारी है।