भोपाल। मध्य प्रदेश बीजेपी में प्रदेश अध्यक्ष को लेकर लंबे समय से चल रही अटकलों का अब अंत होने जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक, पार्टी नेतृत्व ने अध्यक्ष के नाम पर मुहर लगा दी है और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को इसकी जानकारी दे दी गई है। बताया जा रहा है कि जो नाम तय किया गया है, वह बेहद चौंकाने वाला है और अब तक चर्चा में आए नामों से बिल्कुल अलग है।
कई कद्दावर नेताओं के नाम चर्चा में
गौरतलब है कि पार्टी को जनवरी में ही नया प्रदेश अध्यक्ष घोषित करना था, लेकिन संगठनात्मक चुनावों में व्यस्तता के चलते मामला टलता रहा। जिलाध्यक्षों के चयन की प्रक्रिया अब पूरी हो चुकी है, और इसी के साथ प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति की प्रक्रिया भी अंतिम चरण में पहुंच चुकी है।बीजेपी के भीतर कई कद्दावर नेताओं के नाम चर्चा में रहे हैं। पूर्व गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा, डिप्टी सीएम राजेन्द्र शुक्ल, वरिष्ठ विधायक हेमंत खंडेलवाल, राज्यसभा सांसद सुमेर सिंह सोलंकी और अरविंद भदौरिया जैसे नेताओं को संभावित अध्यक्ष के रूप में देखा जा रहा है।
केंद्रीय नेतृत्व ने सीएम डॉ. मोहन यादव को दिया फ्री हैंड
केंद्रीय नेतृत्व ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को ‘फ्री हैंड’ दिया है कि वे संगठन के हित और भविष्य को ध्यान में रखते हुए उपयुक्त नाम सुझाएं। मुख्यमंत्री का चुना गया नाम पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं के लिए चौंकाने वाला हो सकता है, लेकिन संगठनात्मक संतुलन और रणनीतिक दृष्टिकोण से यह एक बड़ा फैसला माना जा रहा है।इस नाम को लेकर दिल्ली से भोपाल तक हलचल तेज है। पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं में इस नाम को लेकर उत्सुकता है। हालांकि अभी तक पार्टी की ओर से कोई औपचारिक पुष्टि नहीं की गई है, लेकिन यह तय माना जा रहा है कि अप्रैल के अंत तक नए अध्यक्ष की घोषणा कर दी जाएगी।
प्रदेश में नई ऊर्जा और संतुलन की दिशा में बड़ा कदम
पार्टी के भीतर भी इस नए चेहरे को लेकर चर्चा जोरों पर है। माना जा रहा है कि इस फैसले से पार्टी को जमीनी स्तर पर मजबूती मिलेगी और 2029 के लोकसभा चुनाव के मद्देनज़र संगठन को नई ऊर्जा और दिशा मिलेगी।अब सभी की निगाहें उस ऐलान पर टिकी हैं, जिसमें प्रदेश अध्यक्ष के नाम की पुष्टि की जाएगी। जो नाम सामने आएगा, वह न सिर्फ मध्य प्रदेश बीजेपी के लिए बल्कि पूरे राज्य की राजनीति में एक नई कहानी की शुरुआत करेगा।