निवाड़ी/टीकमगढ़। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कैबिनेट में शामिल केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार खटीक एक बार फिर अपनी सादगी भरे अंदाज़ के लिए चर्चा में हैं। देश के सबसे वरिष्ठ और लोकसभा के सातवीं बार चुने गए सांसदों में शुमार वीरेंद्र कुमार ने आज एक मिसाल पेश की जब उन्होंने टीकमगढ़ से निवाड़ी जिले के पृथ्वीपुर तक की 56 किमी की यात्रा सार्वजनिक परिवहन यानी पब्लिक ट्रांसपोर्ट की बस से पूरी की।
जहां एक ओर अधिकतर जनप्रतिनिधि और मंत्रीगण सरकारी काफिलों और आलीशान वाहनों में चलते हैं, वहीं डॉ. वीरेंद्र कुमार अपनी जमीन से जुड़ी छवि के लिए जाने जाते हैं। कभी वे जूते पालिश करने वाले की दुकान पर दिखते हैं, तो कभी साइकिल का पंचर बनाते हुए, कभी स्कूटर से आम जनता के बीच सफर करते हैं, तो कभी हाथ में थैला लेकर सब्ज़ी खरीदते नज़र आते हैं। आज का उनका यह पब्लिक बस सफर भी इसी सादगी और सेवा भाव की एक मिसाल है।
बस में बैठे आम नागरिकों के साथ, सुनीं समस्याएं
56 किमी की इस यात्रा के दौरान मंत्री वीरेंद्र कुमार न केवल आम यात्रियों के साथ बैठे, बल्कि उनसे संवाद भी किया। उन्होंने बताया कि इस दौरान उन्होंने यात्रियों की बातें ध्यान से सुनीं और महसूस किया कि पब्लिक ट्रांसपोर्ट आम आदमी के जीवन का अहम हिस्सा है।
जैसे ही वे बस से उतरे, उन्होंने सबसे पहले बस के ड्राइवर और कंडक्टर का आभार व्यक्त किया। उन्होंने बताया कि बस कंडक्टर ने उन्हें पहचान लिया और उनसे किराया लेने से मना कर दिया, लेकिन मंत्रीजी ने सहजता से कहा कि यह बस उसकी निजी नहीं है, इसलिए नियमों के तहत उन्हें किराया देना चाहिए। इसके बाद उन्होंने बस का किराया खुद अपने हाथों से दिया।
“जनता के बीच रहना मेरी जिम्मेदारी”: वीरेंद्र कुमार खटीक
बस यात्रा के बाद जब उन्होंने बंसल न्यूज़ से विशेष बातचीत की तो बताया कि उन्हें जनता के बीच रहकर बहुत आत्मीयता महसूस होती है। उन्होंने कहा:
“मंत्री होने के बावजूद मैं खुद को जनता का सेवक मानता हूं। जब लोग मुझे अपने साथ यात्रा करते हुए देखते हैं, तो उन्हें अच्छा लगता है। यह विश्वास और संवाद का माध्यम बनता है।”
उन्होंने आगे कहा कि भारत में पब्लिक ट्रांसपोर्ट की सुविधाएं लगातार बढ़ रही हैं, लेकिन आबादी की तेज़ी से बढ़ोतरी के कारण संसाधनों पर भी उतना ही दबाव बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार लगातार प्रयास कर रही है कि हर व्यक्ति को किफायती और सुरक्षित यात्रा का विकल्प उपलब्ध हो।
आम जनता ने जताई खुशी
डॉ. वीरेंद्र कुमार के इस अंदाज़ ने न केवल वहां उपस्थित लोगों को बल्कि सोशल मीडिया पर खबर देखने वालों को भी प्रभावित किया। यात्रियों ने बताया कि जब उन्हें पता चला कि उनके साथ एक केंद्रीय मंत्री यात्रा कर रहे हैं, तो उन्हें यकीन ही नहीं हुआ। उनके साथ फोटो लेने और संवाद करने वालों की भीड़ लग गई।
सादगी की प्रतिमूर्ति
डॉ. वीरेंद्र कुमार खटीक का यह व्यवहार नया नहीं है। इससे पहले भी वे कई बार अपने सादगीपूर्ण कार्यों के लिए चर्चाओं में रहे हैं। चाहे वह थैले में सब्जी लेकर खुद बाजार में घूमना हो, या सड़क किनारे चाय की दुकान पर चाय पीना, या एक सामान्य नागरिक की तरह स्कूटर पर घूमना—हर बार उन्होंने यह साबित किया है कि असली सेवा आम जनता के बीच जाकर होती है।
पब्लिक ट्रांसपोर्ट की मजबूती पर दिया बल
अपनी यात्रा के अनुभव साझा करते हुए उन्होंने यह भी कहा कि जब तक आम आदमी के लिए पब्लिक ट्रांसपोर्ट को सुगम, सस्ता और सुलभ नहीं बनाया जाएगा, तब तक समावेशी विकास अधूरा रहेगा। उन्होंने सरकार के उन प्रयासों की भी सराहना की जिनके अंतर्गत देशभर में मेट्रो, बस सेवा, और ग्रामीण परिवहन नेटवर्क को तेज़ी से बढ़ाया जा रहा है।
निवाड़ी जिले के लिए भी दिए संकेत
अपनी यात्रा के दौरान मंत्री ने पृथ्वीपुर और निवाड़ी जिले से जुड़े विकास कार्यों की भी समीक्षा की। उन्होंने कहा कि निवाड़ी जैसे नवगठित जिलों में आधारभूत ढांचे को सुदृढ़ करने के लिए केंद्र सरकार प्रतिबद्ध है। उन्होंने स्थानीय अधिकारियों और जनता से संवाद कर क्षेत्र की प्राथमिक आवश्यकताओं के बारे में भी जानकारी ली।