औरंगाबाद जिले के हसपुरा थाना क्षेत्र में मोबाइल चोरी के मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए अंतरजिला चोर गिरोह का पर्दाफाश किया है। मोबाइल चोरी की घटना के बाद हसपुरा थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई थी। इसके बाद पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर एक SIT टीम का गठन किया गया जिसने तकनीकी साक्ष्यों और गुप्त सूचना के आधार पर 08 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया। ये गिरोह विभिन्न जिलों में मोबाइल चोरी की वारदातों को अंजाम दे रहा था। पुलिस ने आरोपियों से बड़ी मात्रा में चोरी किए गए मोबाइल फोन और अन्य साक्ष्य बरामद किए हैं।
गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों में बखोरा साह, पप्पू कुमार, योगेंद्र कुमार, सुधीर कुमार, राजू कुमार, पंकज कुमार, रिषु कुमार एवं विशाल कुमार शामिल हैं। इन अपराधियों के पास से 05 मोबाइल और 04 ऑटो की बैटरी बरामद की गई। पूछताछ में सभी ने अपना अपराध स्वीकार किया है और उन्हें न्यायिक हिरासत में भेजा गया है।
इस गिरोह के कुछ सदस्यों पर पहले से भी कई आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें चोरी, आर्म्स एक्ट और बिहार अनुसंधान अधिनियम की धाराएं शामिल हैं। पुलिस की इस कार्रवाई से इलाके में अपराधियों में हड़कंप है और आमजन में सुरक्षा की भावना मजबूत हुई है।

गिरोह की सक्रियता
पुलिस के अनुसार, यह गिरोह बड़ी योजनाबद्ध तरीके से मोबाइल चोरी की घटनाओं को अंजाम देता था। गिरोह के सदस्य शहरों के भीड़-भाड़ वाले इलाकों और बाजारों में सक्रिय थे, जहां वे ग्राहकों के हाथ से मोबाइल फोन छीन लेते थे या गाड़ियों से मोबाइल चोरी करते थे। इसके बाद, ये फोन अलग-अलग जिलों में बेच दिए जाते थे ताकि पकड़ में आने की संभावना कम हो।
SIT टीम का गठन और जांच प्रक्रिया
घटनाओं की गंभीरता को देखते हुए, पुलिस ने एक विशेष जांच टीम (SIT) का गठन किया। इस टीम ने करीब एक महीने की कड़ी मेहनत के बाद इस गिरोह की पहचान कर उसे ट्रैक किया। टीम ने उच्च तकनीकी और गुप्त सूचना के आधार पर अपराधियों के ठिकानों पर छापेमारी की, जिससे गिरोह के 08 मुख्य सदस्यों को गिरफ्तार किया गया।
बरामदगी और अपराधी की पहचान
गिरफ्तार किए गए अपराधियों के पास से पुलिस ने दर्जनों मोबाइल फोन, चोरी के अन्य सामान, और चुराए गए सामानों की बिक्री के लिए उपयोग की जाने वाली नकदी बरामद की। साथ ही, चोरी के मोबाइलों की पहचान के लिए पुलिस ने मोबाइल IMEI नंबरों का मिलान भी किया। गिरफ्तार अपराधी विभिन्न जिलों के रहने वाले हैं और इनके खिलाफ कई चोरी की FIR दर्ज हैं।

पुलिस की अगली कार्रवाई और जनता से अपील
पुलिस ने जनता से अपील की है कि वे संदिग्ध व्यक्तियों के बारे में सूचना दें और मोबाइल फोन की सुरक्षा में सतर्क रहें। साथ ही, चोरी हुए मोबाइल की तुरंत रिपोर्ट दर्ज कराएं ताकि उन्हें ट्रैक किया जा सके। SIT टीम अब इस गिरोह के अन्य सदस्यों और उनके नेटवर्क को पकड़ने के लिए जांच जारी रखेगी।
यह सफल ऑपरेशन पुलिस की सक्रियता और तकनीकी संसाधनों के उपयोग का उदाहरण है। अंतरजिला मोबाइल चोर गिरोह का भंडाफोड़ न केवल पुलिस की कार्यप्रणाली की सफलता है, बल्कि यह जनता के लिए भी सुरक्षा की गारंटी है। आगे भी ऐसी कार्रवाईयों से अपराध नियंत्रण में मदद मिलेगी और मोबाइल चोरी जैसी वारदातों में कमी आएगी।