चीचगांव में हनुमान जयंती के अवसर पर हुआ भव्य आयोजन
छिंदवाड़ा जिले के चीचगांव गांव में स्थित प्रसिद्ध हनुमान मंदिर एक बार फिर आस्था का केंद्र बनकर सामने आया, जहाँ हनुमान जयंती के पावन अवसर पर एक भव्य आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम की सबसे खास बात रही — मंदिर से निकाली गई गदा यात्रा, जिसमें सैकड़ों श्रद्धालुओं ने भाग लेकर पूरे गांव को भक्ति के रंग में रंग दिया।सुबह से ही मंदिर प्रांगण में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने लगी थी। मंदिर को भव्य रूप से सजाया गया था और वातावरण में ‘जय श्री राम’ और ‘बजरंगबली की जय’ के जयकारे गूंज रहे थे। इस आयोजन का नेतृत्व और मार्गदर्शन पंडित गोपाल भार्गव ने किया, जो लंबे समय से मंदिर की धार्मिक और सामाजिक गतिविधियों से जुड़े हुए हैं।

पूर्व विधायक रमेश दुबे और अन्य गणमान्य रहे उपस्थित
गदा यात्रा जैसे ही मंदिर से शुरू हुई, पूरा गांव भक्ति से सराबोर हो गया। रास्तों को फूलों की पंखुड़ियों से सजाया गया था, डोल-नगाड़ों और शंखध्वनि की गूंज ने माहौल को और भी आध्यात्मिक बना दिया। पुरुष, महिलाएं, बच्चे — हर कोई श्रद्धा से जुड़ा हुआ नजर आया।इस पावन अवसर पर पूर्व विधायक पंडित रमेश दुबे भी मौजूद रहे, जो रामभक्ति में पूर्णत: लीन नजर आए। उन्होंने कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि चीचगांव मंदिर केवल एक धार्मिक स्थल नहीं बल्कि पूरे क्षेत्र की आस्था और संस्कृति का जीवंत प्रतीक है। उन्होंने विशेष रूप से पंडित गोपाल भार्गव के प्रयासों की सराहना की और कहा कि ऐसे आयोजन युवा पीढ़ी को अपनी जड़ों से जोड़ने का कार्य करते हैं।

रूपा मोहनानी, ईश्वर सिंह रघुवंशी भी हुए शामिल
रूपा मोहनानी, ईश्वर सिंह रघुवंशी और अन्य कई गणमान्य नागरिक और श्रद्धालु भी कार्यक्रम में उपस्थित रहे। सभी ने मिलकर हनुमान जी की पूजा-अर्चना की और एक-दूसरे को हनुमान जयंती की शुभकामनाएं दीं।पंडित गोपाल भार्गव का मानना है कि मंदिरों का काम केवल पूजा-पाठ तक सीमित नहीं होना चाहिए, बल्कि उन्हें सामाजिक जागरूकता का भी माध्यम बनाना चाहिए। उनके नेतृत्व में चीचगांव मंदिर धर्म, सेवा और संस्कारों के मेल का प्रतीक बन गया है।कार्यक्रम का समापन आरती और प्रसादी वितरण के साथ हुआ, जिसमें सभी श्रद्धालुओं ने भाग लिया।