लखनऊ: 2027 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव की तैयारियों में समाजवादी पार्टी ने एक नया डिजिटल हथियार चुना है। पार्टी गाने, डॉक्यूमेंट्री और सोशल मीडिया शॉर्ट वीडियो के माध्यम से योगी सरकार की खामियों को जनता के सामने उजागर कर खुद को सत्ता की राह पर लेकर जाने की रणनीति बना रही है। इस अभियान के पीछे सपा नेतृत्व की सख्त योजना और पेशेवर टीम काम कर रही है, जो पार्टी को 2027 में मजबूती से चुनावी मैदान में खड़ा करेगी।
डॉक्यूमेंट्री से जनता तक पहुंचने की रणनीति
सपा प्रवक्ता शरवेंद्र बिक्रम सिंह के अनुसार, सरकार की विफलताओं जैसे कानून-व्यवस्था, शिक्षा, बेरोजगारी, महिला सुरक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं पर डॉक्यूमेंट्री बनाई जा रही हैं। ये वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स जैसे एक्स (ट्विटर), इंस्टाग्राम, यूट्यूब और फेसबुक पर जारी किए जाएंगे ताकि ग्रामीण-शहरी दोनों क्षेत्रों में प्रभावी पहुंच बनाई जा सके।

अखिलेश यादव का डिजिटल अभियान और गानों की भूमिका
हाल ही में सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने महिलाओं के मुद्दों पर 4 मिनट का वीडियो शेयर किया था, जिसमें ‘स्त्री सम्मान-समृद्धि योजना’ की बात की गई। इसके साथ ही पार्टी करंट इशूज पर गाने भी बना रही है, जिनमें PDA (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) वोट बैंक को खास तवज्जो दी गई है। ये गाने वॉट्सऐप ग्रुप्स, सोशल मीडिया और स्थानीय स्तर पर वायरल किए जाएंगे।
शॉर्ट फिल्म और गानों के पीछे की टीम
सपा नेता खुद इन वीडियो और गानों की निगरानी कर रहे हैं। सहारनपुर ग्रामीण से विधायक आशु मलिक ने बताया कि गाने और शॉर्ट फिल्म लोगों को तेजी से जोड़ने में मदद करते हैं। इस अभियान के लिए पार्टी ने एक प्रोफेशनल टीम बनाई है, जो शूटिंग और एडिटिंग का काम संभाल रही है।

पीडीए समीकरण और स्थानीय मुद्दों पर फोकस
सपा का यह अभियान पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक वोट बैंक पर केंद्रित है, जिसने 2024 के लोकसभा चुनाव में पार्टी को सफलता दिलाई थी। वीडियो में स्वास्थ्य, शिक्षा, बेरोजगारी और कानून-व्यवस्था जैसे मुद्दों को प्रमुखता दी जा रही है। महिलाओं की सुरक्षा और रोजगार को भी खास महत्व मिलेगा।
2027 में होगा ज्यादा आक्रामक और डिजिटल कैंपेन
2022 और 2024 के मुकाबले इस बार सपा का कैंपेन ज्यादा व्यापक और डिजिटल होगा। सोशल मीडिया के सभी प्रमुख प्लेटफॉर्म के साथ हजारों यूट्यूबर्स को भी जोड़ा जाएगा। पार्टी का मानना है कि यह रणनीति 2027 के विधानसभा चुनाव में गेम-चेंजर साबित होगी।
जनता के बीच लोकप्रिय गाने और उनका प्रभाव
‘सपा आई रे’, ‘जनता पुकारती है अखिलेश आइए’ जैसे गाने लाखों लोगों द्वारा सुने और साझा किए जा चुके हैं। गाने मोबाइल रिंगटोन और कॉलर ट्यून के रूप में भी लोकप्रिय हैं। गाने लिखने वाले बिलाल सहारनपुरी ने बताया कि उन्होंने सपा के लिए 18 से अधिक गाने बनाए हैं, जो जनता के बीच उत्साह भर रहे हैं।

विश्लेषक की राय: जनता से सीधा जुड़ाव और सत्ता विरोधी लहर
राजनीतिक विश्लेषक राजेंद्र कुमार के अनुसार, सपा सरकार की खामियों को उजागर कर जनता के असंतोष को राजनीतिक लाभ में बदलना चाहती है। डिजिटल गाने और वीडियो से व्यापक वर्ग तक पार्टी का संदेश पहुंचेगा और 2027 में भाजपा के खिलाफ सपा को ताकत मिलेगी।