Amarwara By Election: अमरवाड़ा विधानसभा के उपचुनाव में कांग्रेस ने भी अपना प्रत्याशी तय कर दिया है। कांग्रेस ने विख्यात अचलकुंड धाम के छोटे महाराज धीरेंद्र शाह को अपना प्रत्याशी बनाया है। कांग्रेस ने प्रत्याशी चयन में देर की लेकिन अमरवाड़ा विधानसभा के उपचुनाव को अब रोचक बना दिया है।
अमरवाड़ा विधानसभा में इस बार त्रिकोणीय मुकाबला होने की संभावना क्योंकि एक तरफ जहां कांग्रेस से भाजपा में आए कमलेश शाह सत्ता के संरक्षण में चुनाव लड़ रहे हैं। वही गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के देवरावेन भलावी भी एक नया चेहरा बनकर उभरे हैं। उस पर अब कांग्रेस ने जिस उम्मीदवार के नाम की घोषणा उपचुनाव के लिए की है वह भी अपने आप में एक बड़ा नाम है। इस लिहाज से अमरवाड़ा विधानसभा के उपचुनाव एक तरफा ना होकर रोचक होते चले जा रहे हैं। आदिवासियों में अचल कुंड दादा का है दबदबा कांग्रेस के प्रत्याशी धीरेंद्र शाह आदिवासियों के प्रमुख दरबार अचल कुंड के छोटे महाराज हैं।
अचलकुण्ड दरबार का दबदबा अमरवाड़ा और हर्रई क्षेत्र के आदिवासियों के अलावा ही जिले भर के आदिवासियों में भी है। जिसका असर इस बार उपचुनाव में देखने को मिल सकता है। जिस तरह से लग रहा था कि कांग्रेस अमरवाड़ा के चुनाव में वॉकओवर देती नजर आ रही है। लेकिन ऐसा नहीं हुआ कांग्रेस ने आदिवासियों के बीच का एक युवा चेहरा मैदान में उतारा है। जो राजा कमलेश शाह को इस उप चुनाव में बेहतर टक्कर दे सकता है। हालांकि अमरवाड़ा विधानसभा का या उपचुनाव त्रिकोणी मुकाबले के रूप में ही देखा जा रहा है।
आइए जानते हैं तीनों प्रत्याशियों के बारे में
राजा कमलेश शाह
तीन बार विधायक राजा कमलेश शाह को तीन बार कांग्रेस ने अमरवाड़ा विधानसभा से टिकट दी । तीनों बार राजा कमलेश शाह अमरवाड़ा विधानसभा से विधायक बने । लोकसभा चुनाव के ठीक पहले राजा कमलेश शाह ने भाजपा ज्वाइन कर लिया। तब ही यह तय हो गया था कि अमरवाड़ा विधानसभा के उपचुनाव में राजा कमलेश शाह बीजेपी से अगले उम्मीदवार होंगे।
जबकि 2023 के विधानसभा चुनाव में भाजपा से पूर्व विधायक मनमोहन शाह भट्टी की बेटी मोनिका भट्टी को भाजपा ने टिकट दी थी। लेकिन राजनीतिक समीकरण और आदिवासियों को साधने के प्रयास में लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा ने राजा कमलेश शाह को अपनी तरफ खींच लिया। इस दौरान राजा कमलेश शाह ने विधानसभा से इस्तीफा दिया और अब अमरवाड़ा विधानसभा के उपचुनाव में भाजपा के प्रत्याशी हैं। राजा कमलेश शाह विधायक चुने जाते तो उनका मंत्री बना भी लगभग तय है।
देवरावेन भलावी
दो बार लड़े चुनाव गोंडवाना गणतंत्र पार्टी से इस बार अमरवाड़ा विधानसभा के उपचुनाव में अमरवाड़ा क्षेत्र से देव रावेन भलावी को गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने प्रत्याशी बनाया है। देव रावेन इसके पहले 2023 में अमरवाड़ा विधानसभा से चुनाव लड़ चुके हैं उस समय लगभग 18000 वोट देव रावेन ने लिए थे। उसके बाद लोकसभा चुनाव में भी देवरावन भलावी को गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने प्रत्याशी बनाया।
लोकसभा में देवरावन भलावी ने लगभग 55000 वोट लेकर लोकसभा चुनाव के परिणाम ही बदल दिए। अब एक बार फिर देव रावेन अमरवाड़ा विधानसभा के उपचुनाव प्रत्याशी हैं।
धीरेन शाह
बड़े दरबार का दबदबा कांग्रेस ने अमरवाड़ा विधानसभा के उपचुनाव में लंबे चले मंथन के बाद आखिरकार अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया । कांग्रेस ने प्रत्याशी घोषणा के दौरान सभी को चौंका दिया एक तरफ जहां अमरवाड़ा विधानसभा का उपचुनाव एक तरफा जाता दिखाई दे रहा था । वहीं कांग्रेस ने आदिवासी चेहरे के रूप में एक बड़े दरबार के सेवक को प्रत्याशी बनाया है।
अचल कुंड दरबार के दादाजी के बेटे को कांग्रेस ने इस बार अमरवाड़ा विधानसभा उपचुनाव का प्रत्याशी बनाकर सबको चौंका दिया। इसका कारण यह है कि इस दरबार से क्षेत्र के आदिवासी घनिष्ठ रूप से जुड़े हुए हैं। और यह वही क्षेत्र है जो राजा कमलेश शाह का गढ़ माना जाता है। इस तरह से कांग्रेस ने अपने प्रत्याशी चयन के बाद अमरवाड़ा विधानसभा के उपचुनाव को त्रिकोणी संघर्ष के रूप में पटल पर रख दिया है