Rajmata Madhavi Raje Scindia: केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की मां माधवी राजे सिंधिया का पार्थिव शरीर ग्वालियर लाया गया है. ग्वालियर राजघराने की पूर्व ‘राजमाता’ माधवी राजे सिंधिया के शव को अब करीब 2 घंटे के लिए ग्वालियर स्थित उनके शाही महल जय विलास में रखा जाएगा. जहां लोग उनके अंतिम दर्शन कर सकेंगे. कड़ी सुरक्षा के बीच एयरपोर्ट से पार्थिव शरीर को घर लाया गया.
दोपहर 3 बजे शुरू होगी अंतिम यात्रा
माधवी राजे का पार्थिव शरीर को दोपहर करीब ढाई बजे से अंतिम दर्शन और पुष्पांजलि के लिए बाहर रखा जाएगा. यहां करीब 20000 लोगों के बैठने के लिए व्यवस्था की गई है. इसके साथ ही 50 वीवीआइपी और 200 वीआईपी बैठक भी बनाए गए हैं. कुछ ही घंटों बाद यानी दोपहर 3 बजे अंतिम यात्रा शुरू होगी. जो कि थोड़ी ही देर में सिंधिया परिवार के छत्री परिसर पहुंचेगी, यहां उनका हिन्दू रीति रिवाज और मराठा पद्धति से अंतिम संस्कार किया जाएगा.
माधव राव और उनकी मां की अंत्येष्ठि भी यही हुई थी
जय विलास पैलेस से बमुश्किल एक किलोमीटर की दूरी पर शाही दशहरा मैदान से ठीक पहले स्थित माधवी राजे सिंधिया परिवार का छत्री परिसर काफी बड़े भूभाग में फैला है.बीते 23 वर्षों में यहां परिवार की तीसरी अंत्येष्ठि होती आ रही है. 2000 में कांग्रेस की राष्ट्रीय नेता माधव राव सिंधिया की मां का निधन हुआ था, उनका भी यही अंतिम संस्कार किया गया था. ये भी पढ़ें…Rajmata Madhavi Raje Scindia: नेपाल राजघराने से था माधवी राजे का ताल्लुक, माधवराव ने शादी के पहले रखी थी ये अजीब शर्त
बुधवार को हुआ था निधन
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की मां और दिवंगत पूर्व केंद्रीय मंत्री माधवराव सिंधिया की पत्नी माधवी राजे सिंधिया का बुधवार सुबह निधन हो गया. वह पिछले तीन महीने से बीमार थीं। उनका दिल्ली के एम्स में इलाज चल रहा था. माधवी राजे सिंधिया का ताल्लुक नेपाल राजघराने से रहा है. शादी से पहले उनका नाम किरण राजलक्ष्मी देवी था. माधवराव से विवाह के बाद मराठी परंपरा के तहत नाम बदलकर माधवी राजे सिंधिया हो गया था.