मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर जबलपुर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 6 पर आरपीएफ की टीम ने चेकिंग के दौरान मुंबई निवासी एक युवक के पास से करोड़ों रुपए के सोने के जेवरात जप्त किए है। युवक का नाम अविनाश बताया जा रहा है, जों कि मुंबई का रहने वाला है। आरपीएफ ने संदेह के आधार पर युवक अविनाश को जब पकड़ा तो उसके पास से करीब डेढ करोड रुपए के सोने के जेवरात मिले। आरपीएफ ने जीएसटी विभाग को इस मामले की जानकारी दी है। आरपीएफ का कहना है कि अविनाश के पास से जेवरात संबंधित किसी भी तरह के दस्तावेज नहीं मिले हैं। इधर जानकारी मिलने के बाद सराफा एसोसिएशन के अधिकारी भी आरपीएफ थाने पहुंचे और उनकी कार्रवाई को अवैध बताया।

कैसे हुई पूरी कार्रवाई
जानकारी के मुताबिक मुंबई निवासी अविनाश जो की सराफा व्यापारी है और मुंबई से आया जबलपुर आया हुआ था। जबलपुर में सराफा व्यापारियों को जेवरात दिखाने के बाद जब वह वापस गरीब रथ ट्रेन से मुंबई के लिए रवाना हो रहा था इस दौरान जबलपुर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 6 पर उसे आरपीएफ ने पकड़ लिया। जांच के दौरान अविनाश के बैग से करीब डेढ करोड रुपए के सोने के जेवरात मिले। विधानसभा चुनाव का हवाला देते हुए आरपीएफ थाना प्रभारी इरफान मंसूरी ने अविनाश को अभिरक्षा में लिया और उसके पास रखे जेवरात को जप्त कर लिया। अविनाश ने अपनी पूरी कार्यवाही के दौरान जीएसटी विभाग को भी इस मामले की सूचना दी है। आरपीएफ का कहना है कि निर्वाचन आयोग के निर्देश पर लगातार रेलवे स्टेशन पर चेकिंग के दौरान बिना दस्तावेज के जेवरात और नगदी ले जानें वालों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।
कहा का है व्यापारी
मुंबई निवासी अविनाश ने आरपीएफ को कई बार बताया कि वह सराफा व्यापारी है और उसके पास तमाम दस्तावेज भी उपलब्ध है। बावजूद इसके अविनाश को आरपीएफ ने नहीं छोड़ा और उसके पास रखे करीब डेढ करोड रुपए के जेवरात जप्त कर लिए। सर्राफा एसोसिएशन को जैसे ही यह जानकारी मिली तो वह भी जबलपुर आरपीएफ थाने पहुंच गए। सराफा एसोसिएशन के अध्यक्ष राजा सराफ का कहना है कि चुनाव के आड़ में लगातार पुलिस प्रशासन हमें परेशान कर रहा है। हाल ही में निर्वाचन आयोग की कार्रवाई से परेशान होकर जबलपुर सराफा एसोसिएशन ने मतदान का बहिष्कार करने का ऐलान किया था जिसके बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आश्वासन दिया था कि सराफा व्यापारियों के खिलाफ किसी भी तरह की कार्रवाई नहीं की जाएगी। अब च आज जो यह कार्यवाही हुई है, यह आरपीएफ की है, जो कि केंद्रीय संस्थान है। ऐसे में सराफा एसोसिएशन का कहना है कि प्रदेश सरकार के बाद अब केंद्र सरकार के कर्मचारी-अधिकारी परेशान करने में जुट गई है।

पूरी कार्रवाई पर सराफा एसोसिएशन का क्या कहना है
जबलपुर सराफा एसोसिएशन के अध्यक्ष राजा सराफ का कहना है कि मुंबई से आए सराफा व्यापारी अविनाश को आरपीएफ ने पकड़ लिया है। उसके पास रखे करीब डेढ करोड रुपए के सोने के जेवरात भी जप्त कर लिए हैं। आरपीएफ ने अपनी कार्रवाही की जानकारी जीएसटी को भी दी है। राजा सराफ का कहना है कि आरपीएफ ने जो कार्यवाही की है वह पूरी तरह से अवैध है, क्योंकि उनका काम ट्रेन को चेकिंग करना है ना कि यात्रियों को पकड़ना। आरपीएफ ने अविनाश के पास रखे तमाम जेवरात जीएसटी को सौंप दिए हैं। गुरुवार की सुबह जीएसटी ऑफिस खोलने के बाद जेवरात से संबंधित सभी दस्तावेज दिखाकर हम अपने जेवरात वापस ले लेंगे। साथ ही अब इस पूरे मामले में फिर से सोचा जाएगा कि क्या कार्रवाई आगे की जाए।