भोपाल में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की सुरक्षा में बड़ी चूक हुई। सीएम डॉ मोहन यादव के गुजरने वाले रूट पर पुलिस बल नहीं पहुंचा, जिसकी जानकारी डीसीपी के आदेश के बाद भी नहीं दी गई। जांच में पता चला कि थाने में तैनात हेड कांस्टेबल ने मैसेज सुनने के बाद भी स्टाफ को सूचित नहीं किया। इस लापरवाही पर डीसीपी जोन-3 ने प्रधान आरक्षक की एक साल के लिए वेतन वृद्धि रोक दी।
यहां हुई लापरवाही
मंगलवार रात को भोपाल के कोहेफिजा थाने में एक बड़ी लापरवाही सामने आई। थाने से पुलिस बल को खानू गांव चौराहे पर तैनात किया जाना था, लेकिन प्रधान आरक्षक संदीप बाथम ने इस संबंध में किसी भी पुलिस कर्मी को सूचित नहीं किया। इस लापरवाही के कारण पुलिस बल समय पर नहीं पहुंच पाया। इस मामले की जांच के बाद डीसीपी जोन-3 रियाज इकबाल ने प्रधान आरक्षक संदीप बाथम की एक साल के लिए वेतन वृद्धि रोकने का आदेश दिया है। यह कार्रवाई पुलिस विभाग की लापरवाही को गंभीरता से लेने का संकेत देती है।
निर्देशों की हुई अनदेखी
डीसीपी ने आदेश में लिखा कि ड्यूटी के दौरान संदीप बाथम ने निर्देशों की अनदेखी की। आदेश में लिखा कि यह पुलिस रेग्यूलेशन के पैरा क्रमांक-64 (2) 04(4) का स्पष्ट उल्लंघन है। खानु गांव पॉइंट पर कोहेफिजा थाने से कोई कर्मचारी सुरक्षा के लिए नहीं था। इस वजह से यहां भीड़भाड़ थी। ट्रैफिक पुलिस ने आगे आकर यहां सीएम के काफिले के लिए ट्रैफिक क्लियर कराया। इसके बाद सीएम का काफिला रवाना हो सका।