बिहार के सिवान जिले में एक प्रॉपर्टी डीलर की बेरहमी से हत्या कर दी गई। उसका शव उसी के निर्माणाधीन मकान के शौचालय टंकी में फेक दिया गया। पुलिस ने शव को बाहर निकाला और पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया। FIR के मुताबिक परिजनों ने जमीन से जुड़े मामले के कारण हत्या होने की आशंका जताई है। पुलिस पिछले चार दिनों से जांच कर रही है लेकिन अभी तक किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।

क्या है पूरा मामला?
दरअसल, पूरा मामला सिवान जिले के टाऊन थाना क्षेत्र के पाल नगर का है। जहां प्रॉपर्टी डीलर वीरेंद्र प्रसाद के घर में घुसकर आरोपियों ने गुरुवार शाम हत्या कर दी। उसके बाद शव को उन्हीं के निर्माणाधीन मकान के शौचालय टंकी में फेक दिया। मिली जानकारी के मुताबिक पहले उनका तकिए से मुंह दबाया गया फिर शव को उसी के घर की टंकी में फेक दिया। घर से पुलिस को एक धारदार चाकू भी बरामद हुआ है। आशंका है कि इसी चाकू को मारा गया है।
पुलिस ने दर्ज की प्राथमिकी
मृतक की पत्नी शीला देवी ने दर्ज प्राथमिकी में बताया है कि 15 मई सुबह मुझे मेरे पति ने एमएच नगर थाना क्षेत्र के चांदपरसा गांव छोड़ा था। उसके बाद सुबह ट्रेन से छपरा गए थे। वहां से आकर उन्होंने खाना खाया। शाम को जब मैं प्रतिदिन के जैसे बात करने के लिए उन्हें कॉल की तो उनका फोन बंद था। इसके तुरंत बाद मेरी बेटी ने पड़ोसियों को कॉल किया। जब पड़ोसी मेरे घर गए तो दरवाजा बंद पाया। यहां वहां उनकी खोज की गई। उसके बाद मैं गांव से रात 10.30 बजे आई और पुलिस को सूचित किया। पुलिस के साथ खोजबीन की गई तो मेरे पति का शव शौचालय के टंकी में पाया गया। शव पर चाकू लगा था, उनके चेहरे पर चोट के निशान थे, तकिया से मुंह दबाया गया था।
FIR में 10 लोगों का नाम
मृतक की पत्नी शीला कुमारी देवी के शिकायत पर पुलिस ने दस लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया है, लेकिन घटना के चार दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस ने अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं की है। इससे मृतक के परिजन नाराज हैं। शीला देवी ने बताया कि पति जमीन से संबंधित काम करते थे। जमीन को लेकर ही उनका विवाद राजा राम यादव, लाल बाबू प्रसाद, भरत प्रसाद, मालती देवी, शिप्पू श्रीवास्तव उर्फ राकेश कुमार सिन्हा, अर्जुन यादव, लखन यादव, संतोष कुमार, अजय भगत, अरुण सिंह और श्रीराम सिंह से चल रहा था। पति ने पहले भी इन लोगों पर जान से मारने की आशंका जताई थी। मृतक का मोबाइल फोन भी है गायबजानकारी के मुताबिक मृतक का मोबाइल फोन भी नहीं मिला है। जिसकी खोज पुलिस अभी तक नहीं कर पाई। ऐसे में परिजनों ने पुलिस पर सही से कार्रवाई न करने के आरोप लगाए हैं।