भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में बुधवार को आयोजित ‘ग्रामीण रंग, पर्यटन संग’ उत्सव में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने पर्यटन विकास को लेकर कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की तर्ज पर अब मध्यप्रदेश में भी धार्मिक स्थलों तक हेलीकॉप्टर सेवा शुरू की जाएगी। इसके लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। यह पहल श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए एक नई सुविधा लेकर आएगी।

पीएमश्री वायु सेवा को जनता ने अपनाया
मुख्यमंत्री ने बताया कि पीएमश्री वायु सेवा को जिस उत्साह से जनता ने अपनाया है, वह इस दिशा में बड़ी प्रेरणा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में मेडिकल टूरिज्म को भी बढ़ावा दिया जा रहा है, जिससे लोग विदेशों से इलाज कराने और यहां का अनुभव लेने आएं।
प्रदेश के पर्यटन में 526 गुना वृद्धि
डॉ. यादव ने बताया कि पिछले 20 वर्षों में प्रदेश के पर्यटन में 526 गुना वृद्धि दर्ज की गई है। उन्होंने कहा, “हमने आज तक किसी फिल्म स्टार को प्रचार के लिए नहीं जोड़ा, फिर भी खजुराहो, ओरछा और भोपाल जैसे स्थानों पर पर्यटकों की भारी आमद रही है।” उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश में तीन नेशनल पार्क श्रेष्ठ श्रेणी में हैं और यहां बाघ, घड़ियाल और गिद्धों की संख्या देश में सबसे अधिक है।

होमस्टे संचालकों, सरपंचों और जिलाधिकारियों का सम्मान
कार्यक्रम में होमस्टे संचालकों, सरपंचों और जिलाधिकारियों को सम्मानित किया गया। 6 सर्वश्रेष्ठ होमस्टे को विशेष पुरस्कार और 16 पर्यटन ग्रामों के सरपंचों, 10 जिलों के कलेक्टरों को योगदान के लिए सम्मानित किया गया।
पर्यटन विभाग के प्रमुख सचिव शिव शेखर शुक्ला ने बताया कि प्रदेश में 400 से अधिक होमस्टे संचालित हो रहे हैं और अगले एक साल में 1000 ग्रामीण होमस्टे विकसित करने का लक्ष्य है। पिछले वर्ष इन होमस्टे में 25 हजार पर्यटक ठहरे, जिससे 5 करोड़ रुपये की आय हुई।

रिस्पॉन्सिबल टूरिज्म मिशन’ की वेबसाइट लॉन्च
इस अवसर पर ‘रिस्पॉन्सिबल टूरिज्म मिशन’ की वेबसाइट का ई-लॉन्च किया गया। 14 नए होमस्टे का उद्घाटन हुआ और 60 पर्यटन गांवों के होमस्टे संचालकों को किट वितरित की गईं।
चार महत्वपूर्ण एमओयू
चार महत्वपूर्ण एमओयू भी हस्ताक्षरित हुए जिनमें सोलर लाइटिंग, योग पर्यटन, डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर ग्रामीण होमस्टे की मौजूदगी और तकनीकी सहयोग शामिल है।
पर्यटन को नया आयाम देने वाला आयोजन
एक दिवसीय प्रदर्शनी में प्रदेश की पारंपरिक कलाओं और हस्तशिल्प जैसे क्ले आर्ट, गोंड पेंटिंग, बैम्बू क्राफ्ट, माड़ना और हैंडलूम वस्त्रों का भव्य प्रदर्शन भी किया गया, जिसे आमजनों के लिए दोपहर तक खोला गया। यह आयोजन न केवल पर्यटन को नया आयाम देने वाला रहा, बल्कि प्रदेश के सांस्कृतिक और आर्थिक विकास की दिशा में भी एक मजबूत कदम साबित हुआ।