खरगोन (झिरन्या): जिले की जनपद पंचायत झिरन्या अंतर्गत ग्राम पंचायत शिवना में सरकारी भवनों के ध्वस्तीकरण के बाद अनियमित निर्माण कार्यों को लेकर ग्रामवासियों में रोष व्याप्त है। ग्राम पंचायत भवन, स्कूल भवन और भील समाज के सामुदायिक भवन को उनकी जर्जर स्थिति के कारण सुरक्षा दृष्टिकोण से ध्वस्त किए जाने की अनुमति दी गई थी। इनमें से एक भवन को ध्वस्त कर दिया गया है, परंतु अब वहां दुकान निर्माण का कार्य तेज़ी से जारी है, जिससे ग्रामीणों में असंतोष उत्पन्न हो गया है।

ग्रामीणों का आरोप है कि सरपंच और सचिव अपनी मनमानी कर सरकारी जमीन पर निजी दुकानों का निर्माण करवा रहे हैं। इसी को लेकर ग्रामवासियों ने एसडीएम कार्यालय पहुंचकर ज्ञापन सौंपा। एसडीएम आकांक्षा कठेरिया को सौंपे गए इस ज्ञापन में मांग की गई है कि उक्त निर्माण कार्य पर तत्काल रोक लगाई जाए। ग्रामीणों का कहना है कि जिस स्थान पर भवन ध्वस्त किया गया है, वह सरकारी जमीन है, और वहां देवी अहिल्या बाई होलकर की प्रतिमा स्थापित की जानी चाहिए। साथ ही, शेष भूमि पर एक सुंदर गार्डन विकसित किया जाना चाहिए ताकि गांव को एक सांस्कृतिक और सामाजिक पहचान मिल सके।
इस विषय पर जब मीडियाकर्मी ने ग्राम सचिव दारासिंह हसरदे से संपर्क किया, तो उन्होंने फोन पर किसी भी प्रकार की जानकारी देने से इनकार कर दिया। वहीं, विधायक झूमा सोलंकी को भी ग्रामीणों द्वारा आवेदन सौंपा गया है, जिसमें मूर्ति स्थापना और निर्माण कार्य पर रोक की मांग की गई है। विधायक ने इस मामले पर अधिकारियों से चर्चा करने का आश्वासन दिया है।
ज्ञापन सौंपने वालों में प्रमुख रूप से विकास मोरे, जयश्री पेंडारे, पैसा एक्ट अध्यक्ष तुलसीराम पेंडारे, गणेश पेंडारे सहित अन्य ग्रामीण शामिल थे। ग्रामीणों की इस पहल को लेकर अब प्रशासनिक कार्यवाही की उम्मीद जताई जा रही है।
यह मामला ना केवल सरकारी नियमों के उल्लंघन का प्रतीक है बल्कि ग्रामवासियों की आस्था और सार्वजनिक हितों की उपेक्षा का भी एक गंभीर उदाहरण बनकर उभरा है।