आतिशी शनिवार को दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री बन गईं. दिल्ली में जन्मी और पली-बढ़ी आतिशी ने साल 2013 में आम आदमी पार्टी में शामिल होकर राजनीति में कदम रखा था और 11 सालों में वह दिल्ली की सीएम बन गईं. आइए जानते हैं दिल्ली की नई सीएम के बारे में.
केजरीवाल ने बीते मंगलवार को सीएम पद से इस्तीफा दे दिया था। इसी के साथ आतिशी ने उप राज्यपाल वीके सक्सेना के समक्ष दिल्ली की नई मुख्यमंत्री के तौर पर सरकार चलाने का दावा भी पेश किया था। इसके बाद राष्ट्रपति के समक्ष दोनों मामले पहुंचे तो केजरीवाल का इस्तीफा मंजूर होते ही आतिशी को शपथ गृहण का तारीख मिल गई थी। इसके बाद आज 21 सितंबर को आतिशी ने अपने पांच मंत्रियों संग शपथ गृहण कर ली है।
साल 2023 में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के शराब नीति मामले में जेल जाने के बाद आतिशी ने शिक्षा मंत्री का पद संभाला था. वह दिल्ली कैबिनेट में मंत्री के रूप में वित्त, राजस्व, पीडब्ल्यूडी, बिजली, सेवा, महिला और बाल विकास विभाग भी संभाल चुकी हैं.

आतिशी के साथ जो पांच विधायक मंत्री पद की शपथ लेंगे, उनमें गोपाल राय, सौरभ भारद्वाज, कैलाश गहलोत, इमरान हुसैन और मुकेश अहलावत का नाम शामिल है. मुकेश अहलावत को आतिशी की कैबिनेट में पहली बार जगह मिली है.
आतिशी की कैबिनेट में कितना बदलाव?
आतिशी की कैबिनेट में बेशक चेहरे वहीं है लेकिन एक नया नाम शामिल होने से सबके जहन में सवाल है कि आखिर ये कौन है? और इस नए चेहरे को शामिल करने के पीछे AAP की क्या रणनीति है? वो आगामी चुनाव में साफ हो जायेगा. उस चेहरे का नाम है मुकेश अहलावत. उन्हें दलित कोटे से कैबिनेट में शामिल करने की बात आई है, उनके जरिए आतिशी सीधे-सीधे नॉर्थ ईस्ट दिल्ली को साधना चाहती हैं.
2006 में आतिशी की हुई थी शादी
साल 2006 में आतिशी की पंजाबी राजपूत परिवार के प्रवीण सिंह से शादी हुई. प्रवीण संभावना इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक पॉलिसी एंड पॉलिटिक्स में शोधकर्ता और शिक्षक के कार्य से जुड़े हैं. उन्होंने आईआईटी दिल्ली के सााथ आईआईएम अहमदाबाद से डिग्री हासिल कर करीब आठ सालों तक कॉरपोरेट सेक्टर में भारत और अमेरिका में कंसल्टेंसी फर्मों में काम किया है. वह समाज सेवा के काम से भी जुड़े हुए हैं. हालांकि सार्वजनिक जीवन में उन्हें बहुत ही कम देखा जाता है.