शाजापुर, मध्यप्रदेश: मध्य प्रदेश पुलिस की डायल 100 सेवा ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि संकट की घड़ी में वह आम जनता की सबसे बड़ी सहारा बन चुकी है। ऐसा ही एक उदाहरण शाजापुर जिले में देखने को मिला जब राघोगढ़ निवासी स्वदेश कश्यप अपने परिवार के साथ उज्जैन से दर्शन कर वापस लौट रहे थे और रास्ते में रात के सन्नाटे में अचानक उनकी कार खराब हो गई। घटना ग्राम पनवाड़ी, थाना सुनेरा क्षेत्र की है, जहां करीब रात 2:30 बजे स्वदेश कश्यप की मारुति ओमनी गाड़ी तकनीकी खराबी के कारण रुक गई। इस कठिन परिस्थिति में उन्होंने तुरंत डायल 100 सेवा से सहायता मांगी।
डायल 100 की तत्परता और संवेदनशीलता
मदद की कॉल मिलते ही आरक्षक 496 अखिलेश भंडारी और पायलट संजीव सूर्यवंशी बिना देर किए मौके पर पहुंचे। उस समय न सिर्फ रात का अंधेरा था बल्कि सुनसान इलाका और परिवार के साथ फंसे होने की चिंता स्वदेश कश्यप को सता रही थी।
मौके पर पहुंचकर पुलिस दल ने तुरंत स्थिति को संभाला और सबसे पहले परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित की। इसके बाद उन्होंने स्थानीय मैकेनिक को रात में ही घर से बुलवाया और गाड़ी की मरम्मत करवाई। यह प्रयास न सिर्फ जिम्मेदारी का प्रतीक था, बल्कि मानवीय संवेदनाओं की भी मिसाल था।
परिवार की सुरक्षित वापसी
गाड़ी के ठीक हो जाने के बाद, स्वदेश कश्यप और उनका परिवार सुरक्षित रूप से अपने घर राघोगढ़ के लिए रवाना हो सका। इस अनुभव के बाद स्वदेश कश्यप ने डायल 100 सेवा, शाजापुर पुलिस और विशेष रूप से मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मियों के प्रति गहरा आभार जताया।
“अगर उस समय पुलिस नहीं आती तो हम पूरे परिवार के साथ न जाने रात भर कैसे गुजारते। उन्होंने हमारी जान बचाई है, हम आजीवन आभारी रहेंगे,” उन्होंने कहा।
पुलिस की सेवा भावना की सराहना
आरक्षक अखिलेश भंडारी और पायलट संजीव सूर्यवंशी द्वारा दिखाया गया सेवा भाव और मानवीयता समाज में पुलिस के प्रति विश्वास को और मजबूत करता है। उन्होंने न सिर्फ एक परिवार को संकट से निकाला, बल्कि यह भी सिद्ध किया कि पुलिस केवल कानून व्यवस्था संभालने तक सीमित नहीं है, बल्कि वह समाज की मदद और सुरक्षा में भी अहम भूमिका निभा रही है।
प्रशंसा का पात्र बना डायल 100
डायल 100 सेवा मध्यप्रदेश सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है, जिसका उद्देश्य आपात स्थितियों में नागरिकों को त्वरित सहायता प्रदान करना है। यह सेवा दिन-रात 24×7 कार्य करती है और इस प्रकार की घटनाएं इसकी उपयोगिता और सफलता का प्रमाण हैं।
यह घटना एक बार फिर यह दर्शाती है कि अगर पुलिस बल में सेवा भावना और मानवीय दृष्टिकोण हो, तो वह समाज की रीढ़ बन सकती है। डायल 100 ने समय पर सहायता पहुंचाकर जो कार्य किया है, वह न केवल प्रशंसा के योग्य है, बल्कि अन्य जिलों के लिए प्रेरणा भी है।