शहर की ए ग्रेड की मंडी में अवव्यवस्थाओं का अंबार लगा हुआ है, इसकी एक बड़ी वजह कृषि उपज मंडी में पिछले 5 साल से मंडी प्रभारी सचिव के भरोसे चल रही है वर्तमान में भी विदिशा के सचिव को गंजबासौदा का अतिरिक्त प्रभाव दे दिया गया है इससे मंडी में आए दिन समस्याओं का निदान नहीं हो पता वही दूर दराज से किसान अपनी उपज लेकर आते हैं लेकिन साफ पीने के पानी की सुविधा भी नसीब नहीं हो रही है वैसे मंडी परिसर में पानी की टंकियां लगी हुई हैं लेकिन उस टंकी में काई जमी हुई है जिससे किसान फिसलते नजर आते हैं इतना ही नहीं फर्म के सामने डीपी लगी हुई है जिसकी आए दिन चिंगारी निकलती रहती हैं और हम्माल और व्यापारियों को हमेशा हादसे का डर बना रहता है मंडी परिषद में गाय ,कुत्ता और बकरियों ने डेरा डाल दिया है जबकि इस संबंध में जब हमने मंडी के सचिव से बात की तो उन्होंने पूर्व में कहा था कि वह समस्या को जल्दी हल कर लेंगे लेकिन समस्या हल नहीं हुई और अब मंडी व्यापारियों ने अपनी फर्मों के सामने अतिक्रमण कर लिया है वही मंडी के अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं
शहर की कृषि उपज मंडी ए ग्रेड की मंडी कही जाती है यहां व्यापारी किसानों को उपज खरीद कर उन्हें नगद भुगतान करते हैं जिससे कई ,दूर दराज से कृषक बासौदा की म़ंडी अपनी फसल बेचने के लिए आते हैं लेकिन यहां परिसर में कई समस्याओं का सामना उन्हें करना पड़ता है कृषकों को काई और गंदगी लगी पानी की टंकी में पानी पीने को मजबूर होते हैं जिससे आए दिन किसान फिसलते नजर आ रहे हैं इतना ही नहीं मंडी में व्यापारियों की फर्म के सामने बिल्कुल नीचे की ओर डीपी लगी हुई है और उस डीपी से हमेशा चिंगारी निकलती रहती हैं वही डीपी से सटी व्यापारी और हम्माल अपना व्यवसाय चलाते हैं जिससे उन्हें हादसे का डर हमेशा बना रहता है बारिश के दिनों में यह समस्या बड़ी विकराल रूप ले लेती है जबकि डीपी हटवाने के लिए व्यापारियों ने मंडी सचिव से लिखित आवेदन देकर मांग की है
लेकिन उनकी सुनवाई आज तक नहीं हुई वहीं मंडी परिसर में गाय बकरियां घूमते नजर आते हैं लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया गया इतना ही नहीं अधिकारियों के ढीले रबाइऐ से कुछ व्यापारियों ने अपने , फर्म के सामने अतिक्रमण कर रखा है लेकिन मंडी प्रशासन मौन साबित हो रहा है जबकि इस संबंध में पूर्व में हमने कई बार खबर लगाकर मंडी सचिव को जानकारी दी लेकिन उन्होंने समस्या का हल करने की बात कह कर मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया वहीं इस संबंध में अनाज तिलहन व्यापारी संघ के अध्यक्ष ने कहा कि मंडी में अतिक्रमण नहीं हो रहा है लेकिन समस्या विकराल रूप ले रही हैं