भिंडः सामूहिक दुष्कर्म की पीड़िता पर राजीनामे का दबाव बनाने के लिए आरोपियों के करीबी लोगों ने उसके ताऊ का घर जला दिया। पीड़ित परिवार जब घर छोड़कर जा रहा था तो रास्ते में उनके साथ मारपीट की गई। सामूहिक दुष्कर्म के मामले में पुलिस ने आरोपियों को गिराफ्तार कर जेल भेज दिया था, लेकिन उनके परिजन पीड़िता पर राजीनामा कर कोर्ट में बयान बदलने के लिए दबाव बना रहे थे। जब पीड़िता ने इससे मना कर दिया तो आरोपियों के परिजन दबंगई पर उतर आए और शुक्रवार को घर में आग लगा दी। इसके बाद शनिवार को घेरकर मारपीट भी की।
लक्ष्मी नारायण का पुरा गांव में गुर्जर समुदाय के युवकों ने 13 जनवरी को बंदूक की नोक पर एक लड़की के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया था। इसके बाद पीड़ित युवती ने परिजनों के साथ थाने पहुंचकर मामले की शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस ने पीड़िता के बयान के आधार पर आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। इसके बाद से पीड़िता पर राजीनामे का दबाव बनाया जा रहा है।
परिजनों के साथ जमकर मारपीट
शुक्रवार दोपहर के समय आरोपियों के परिजन हकीम गुर्जर, जयवीर गुर्जर, ब्रजराज गुर्जर, गुल्ली गुर्जर सहित 8 से 10 लोग बाइकों पर सवार होकर पीड़िता के घर पहुंचे और राजीनामा के लिए दबाव बनाने लगे। पीड़िता ने राजीनामा से मना कर दिया तो उन्होंने उनपर हमला बोल दिया। पीड़ित लड़की के पिता और अन्य लोगों को लाठी डंडे से पीटकर उन्हें घायल कर दिया। मारपीट के बाद आरोपियों ने घर पर फायरिंग की और पीड़ित के ताऊ की झोपड़ी में आग भी लगा दी, जिससे झोंपड़ी के साथ ही काफी समान जल गया। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया और तीन आरोपियों को राउंड अप भी कर लिया। पुलिस द्वारा पीड़िता के घर पर सुरक्षा के लिए पुलिस भी तैनात कर दी गई थी।
गांव से भागे तो रास्ते में मारपीट की
पीड़िता और आरोपी एक ही गांव में रहते हैं ऐसे में दबंग आरोपियों के डर से शनिवार को पीड़ित परिवार लोडिंग वाहन में सवार होकर अपने रिश्तेदारों के घर दूसरे गांव जा रहा था। उन्होंने इसके लिए डायल 100 पर कॉल कर सुरक्षा मांगी तो डायल 100 की गाड़ी उनके साथ थाना सीमा तक गई, लेकिन जैसे ही पुलिस के गाड़ी वापस हुई वैसे ही पिपाहड़ी हेड पर स्कोर्पियो में सवार होकर आए आरोपियों ने एक बार फिर रेप पीड़िता के परिजनों को घेर कर महिलाओं एवं बच्चों के साथ भी मारपीट की। पीड़ित पक्ष के आधा दर्जन लोगों के साथ मारपीट के साथ ही दहशत फैलाने के लिए फायरिंग भी की गई।