डिंडोरी: डिंडोरी इन दिन बैगा आदिवासियों की जमीन हड़पने का मामला सुर्खियों में बना हुआ है. इस मामले में कई बड़े नेताओं पर सवालिया निशान लग रहे हैं. इसी को लेकर गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष इंजीनियर कमलेश तेकाम ने बजाग जनपद के पिपरिया माल का दौरा किया. जहां ग्रामीणों ने बताया कि…बाहरी खनन माफिया और स्थानीय दलालों ने धोखाधड़ी से उनकी लगभग 800 एकड़ जमीनें खरीद ली हैं.
फर्जी तरीके से बेची गई जमीनें- ग्रामीण
ग्रामीणों का कहना है कि उनकी जमीनें कम कीमत पर, बिना उनकी जानकारी के, फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से बेची गईं. ग्रामसभा में इस मुद्दे पर चर्चा हुई, जिसमें खनन की अनुमति न देने और जमीनों को बचेने की मांग की गई. ग्रामीणों ने कलेक्टर के नाम बजाग तहसीलदार को ज्ञापन देकर उनसे छलपूर्वक जमीनें खरीदे जाने की लिखित शिकायत की. जिसमें उन्होंने दलाल के औने पौने दाम पर, झूठ बोलकर, फर्जी तरीकों से जमीनें खरीदने का आरोप लगाया. और उनकी जमीनें वापस दिलवाने की अपील की.
बैगा आदिवासियों की गुहार पर कार्रवाई नहीं
“राष्ट्रीय मानव” बैगा आदिवासियों की इस गुहार पर अब तक जिला प्रशासन ने कार्रवाई के कोई संकेत नहीं दिए हैं…जिसके बाद धोखाधड़ी करने वाले दलाल और उनके कथित आका सक्रिय हो गए हैं.
गोंगपा ने उच्च न्यायालय जाने की कही बात
अब स्थानीय ग्रामीणों और उनका साथ देने वालों पर दबाव बनाए जाने की जानकारियां मिल रही हैं. गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने इस मामले में न्याय की मांग की है. और कहा है कि जिला प्रशासन ने कार्रवाई नहीं की, तो वे उच्च न्यायालय का रुख करेंगे.
कलेक्टर को लिखित में देंगे पूरी जानकारी
गोगपा पार्टी के स्थानीय नेता आगामी दिनों में कलेक्टर को गांव के वास्तविक हालात, दलाल और खनन माफियाओं कारनामों की लिखित जानकारी देंगे. और पिपरिया माल, बगरेली सानी में कटनी जिले के जिन 4 आदिवासियों के नाम पर लगभग 800 एकड़ जमीनें खरीदी गई है उनकी वास्तविकता और आर्थिक स्थिति से भी अवगत कराएंगे.
‘गोंगपा ग्रामीणों के साथ दवाब में ना आएं’
प्रदेश अध्यक्ष इंजी. कमलेश तेकाम ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि. पार्टी उनके साथ है..बैगा आदिवासी किसी के दवाब में ना आएं. तेकाम ने कहा कि. किसी को धमकी दी जाती है, तो पार्टी के कार्यकर्ता तुरंत उनकी मदद के लिए पहुंचेंगे. गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने इस मामले की जांच के लिए लोकायुक्त और आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो से संपर्क करने की योजना बनाई है. जिससे दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जा सके.
मामले में BJP- कांग्रेस की चुप्पी
इस मुद्दे पर बीजेपी और कांग्रेस के नेताओं की चुप्पी को लेकर गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने सवाल उठाए हैं. वहीं कई क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि भी प्रदेश के बाहुबली खनन माफिया और उसके इशारे पर काम करने वाले कथित भू माफिया के खिलाफ आवाज उठाने का साहस नहीं जुटा पा रहे हैं. गोंगपा ने कहा कि वे आदिवासियों के अधिकारों की रक्षा के लिए हर संभव कोशिश करेंगे.
गोंडवाना की सक्रियता से माफियाओं में हड़कंप
मामले में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी की सक्रियता से अब तक जो चुपचाप बैगा और आदिवासियों को छलने का खेल शांतिपूर्वक चल रहा था उसमें बाधा उत्पन्न होती देखकर इन लोगों में खलबली मच गई है. बॉक्साइट के खनन का काम कौन कर रहा है. और आदिवासियों की जमीनों को हड़पने में किस स्थानीय भू माफिया का हाथ है.यह तो सब जानते हैं पर कोई भी इनका नाम खुलकर नहीं ले रहा है. ग्रामीणों को यह तो नहीं पता कि उनकी जमीन किसने खरीदी, न ये लोग उसको जानते है न पहचानते है…तब भी इनकी जमीनें बेच दी.
आदिवासियों के साथ धोखाधड़ी बर्दाश्त नहीं करेगी गोंगपा
कमलेश तेकाम ने आदिवासी बाहुल्य जिले में ही आदिवासियों की धन संपत्ति पर आए इस संकट को दुर्भाग्यपूर्ण बताया. उन्होंने कहा कि. गोंडवाना गणतंत्र पार्टी आदिवासियों के साथ अन्याय, धोखाधड़ी और ज्यादती को किसी भी कीमत पर बर्दास्त नहीं करेगी. आदिवासियों का शोषण करने वाले कितने भी बलशाली हो, राजनैतिक संरक्षण प्राप्त हो उन्हें पार्टी के कार्यकर्ता सबक सिखा कर ही दम लेंगे. पीड़ित ग्रामीणों के साथ पार्टी के कार्यकर्ता हर समय खड़े है उनके साथ कुछ भी होता है पार्टी उनके साथ है. गोंगपा का कहना है कि. ग्रामीण बैगा आदिवासियों को उनकी हक की जमीन दिलाकर रहेंगे.