Congress MLA : मध्य प्रदेश में भोपाल की मध्य विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद की विधायकी पर खतरे के बादल मंडराने लगे हैं। उन पर विधानसभा चुनाव के दौरान भरे गए अपने नामांकन पत्र में 50 लाख रुपए के लोन की जानकारी छुपाने का आरोप है और इस बारे में मंगलवार को जबलपुर हाईकोर्ट में हुई सुनवाई के दौरान कोर्ट ने भी माना कि मसूद ने नामांकन पत्र में लोन की जानकारी को छुपाया है।
हाईकोर्ट का सख्त रुख
आरिफ मसूद के निर्वाचन को शून्य किए जाने वाली याचिका पर हाईकोर्ट ने सख्ती बढ़ा दी है। इस मामले में बार-बार टल रही सुनवाई पर नाराजगी जताते हुए अब लगातार सुनवाई का आदेश दिया है। जबलपुर हाईकोर्ट में जस्टिस विवेक अग्रवाल की बेंच में सुनवाई के दौरान बैंक के कर्ज दस्तावेजों को सही ठहराया। हालांकि, बैंक अधिकारी ने कोर्ट में बयान बदलने की कोशिश की, लेकिन क्रॉस-एग्जामिनेशन के दौरान उन्होंने दस्तावेजों की सच्चाई स्वीकार कर ली।
कोर्ट ने दस्तावेज को माना प्रमाणिक
कोर्ट ने दस्तावेजों को प्रमाणिक मानते हुए आरिफ मसूद के आवेदन को खारिज कर दिया। दरअसल कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद पर चुनावी हलफनामे में स्वयं एवं पत्नी के नाम से लिए गए 50 लाख रुपए के कर्ज की जानकारी को छुपाकर चुनाव आयोग को गलत चुनावी घोषणा पत्र दाखिल करने का आरोप है।
खतरे में कांग्रेस MLA की विधायकी
बैंक से आरिफ मसूद ने पत्नी के नाम पर लोन लिया है और इसकी जानकारी विधानसभा चुनावी हलफनामे में छिपाई गई है। याचिकाकर्ता की ओर से दलील दी गई कि चुनाव आयोग को गुमराह करते हुए आरिफ मसूद ने जानबूझकर हलफनामे में गलत जानकारी दी है। लिहाजा इसे निर्वाचन शून्य करने की मांग की गई है। इस मामले में अगली सुनवाई 3 जनवरी 2025 को होना है। ऐसे में कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद की विधायकी पर खतरा मंडराता नजर आ रहा है।
चुनाव आयोग से बैंक ऋण की जानकारी छिपाने का आरोप
हाईकोर्ट में सुनवाई के दौरान याचिकाकर्ता ध्रुव नारायण सिंह के वकील अजय मिश्रा ने कोर्ट में बैंक मैनेजर के बयान सहित कई साक्ष्यों को प्रस्तुत किया। सीनियर एडवोकेट अजय मिश्रा के मुताबिक मामले में दोनों पक्षों की सुनवाई हुई एवं अंतिम तर्क हुए। हाईकोर्ट ने लोन जारी करने वाले बैंक अधिकारियों को बुलाकर उनसे पूछताछ की, पहले तो बैंक मैनेजर ने झूठ बोलने का प्रयास किया, लेकिन दस्तावेजों की जांच एवं अन्य साक्ष्यों के आधार पर कोर्ट में साबित हो गया कि 50 लाख रुपए के बैंक ऋण से संबंधित दस्तावेज पूरी तरह सही हैं।