क्राफ्टरूट्स संस्था के आयोजन में देशभर के हस्तशिल्पियों ने दिखाई कला की विविधता, सरकार ने दिया समर्थन का भरोसा
भोपाल, 29 मई 2025 — मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में स्थित भोपाल हाट इस समय रंग-बिरंगी संस्कृति और अनोखे हस्तशिल्पों का केंद्र बन गया है। यहां क्राफ्टरूट्स संस्था द्वारा आयोजित हस्तशिल्प प्रदर्शनी का शुभारंभ प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने देश के विभिन्न राज्यों से आए हस्तशिल्पियों का स्वागत करते हुए कहा,
“प्रत्येक स्थान के हस्तशिल्पों की अपनी एक खास खूबसूरती होती है। ये न केवल हमारी सांस्कृतिक विरासत को जीवित रखते हैं, बल्कि लाखों लोगों की आजीविका का भी माध्यम हैं।”
व्यक्ति को मिले काम का अवसर, मशीनों पर नहीं निर्भरता: मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री ने जोर देते हुए कहा कि राज्य सरकार का उद्देश्य मशीनों की जगह लोगों को काम का अवसर देना है।
“कारखाना आप चलाइए, सरकार आपको मदद देगी। हम चाहते हैं कि हर हाथ को काम मिले,” – उन्होंने कहा।
उन्होंने स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से कांसे के बर्तनों के उपयोग को भी प्रोत्साहित किया और कहा कि आधुनिक स्टील के स्थान पर पारंपरिक धातुओं का उपयोग शरीर के लिए लाभकारी होता है।
क्राफ्टरूट्स के माध्यम से मिलेगा बड़ा मंच
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने यह भी घोषणा की कि मध्य प्रदेश सरकार “क्राफ्टरूट्स” का हिस्सा बनेगी, जिससे प्रदेश के हस्तशिल्पियों को राष्ट्रीय स्तर पर एक बड़ा मंच मिलेगा।
उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजनों से कलाकारों को अपनी कला प्रदर्शित करने और आर्थिक रूप से सशक्त होने का अवसर मिलता है।
प्रदर्शनी में देशभर से आए हैं शिल्पकार
इस प्रदर्शनी में राजस्थान, गुजरात, उड़ीसा, पश्चिम बंगाल, बिहार और उत्तर पूर्व के राज्यों से शिल्पकार शामिल हुए हैं। लकड़ी की नक्काशी, मिट्टी की मूर्तियाँ, बांस के उत्पाद, खादी वस्त्र, मधुबनी चित्रकला, और ढोकरा आर्ट जैसी पारंपरिक कलाएं प्रदर्शनी का मुख्य आकर्षण हैं।
हस्तशिल्प को मिलेगा नया जीवन
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने भी इस अवसर पर हस्तशिल्प को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि
“हस्तशिल्प केवल कला नहीं, आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक सशक्त कदम है।”