पीएम मोदी और जो बाइडन के बीच हुई बातचीत में दोनों देशों ने कई क्षेत्रों में एक दूसरे का सहयोग करने पर सहमति जताई है। भारत ने अमेरिका के बीच MQ-9B किलर ड्रोन और कोलकाता में एक सेमीकंडक्टर प्लांट भी स्थापित करने पर करार हुआ है।
अमेरिका से भारत लेटेस्ट टेक्नोलॉजी से लेस किलर ड्रोन खरीदने जा रहा है. इस डील को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अंतिम रूप दे दिया है. भारत, अमेरिका से 31 MQ-9B (16 स्काई गार्जियन और 15 सी गार्जियन) रिमोटली पायलटेड एयरक्राफ्ट ड्रोन खरीदने जा रहा है. इन ड्रोन की कीमत करीब 3 अरब डॉलर है.

मोदी और बाइडेन ने इंडिया-अमेरिका डिफेंस इंडस्ट्रियल को-ऑपरेशन रोडमैप को सराहा. इस रोडमैप के तहत जेट इंजन, गोला-बारूद और ग्राउंड मोबिलिटी सिस्टम जैसे भारी इक्वीपमेंट्स और हथियारों का निर्माण शामिल है. इस अहम सहयोग में लिक्विड रोबोटिक्स और भारत के सागर डिफेंस इंजीनियरिंग, मेरिटाइम सुरक्षा को बढ़ाने के लिए मानवरहित सतही वाहनों के प्रोडक्शन पर भी जोर दिया गया.
ड्रोन की खासियत ?

MQ-9B ड्रोन एक उच्च ऊंचाई वाला, लंबे समय तक चलने वाला मानवरहित विमान है। दूर से इसे संचालित किया जा सकता है। अमेरिकी रक्षा फर्म जनरल एटॉमिक्स की ओर से इसे बनाया और बेचा जाता है। यह खुफिया जानकारी और निगरानी के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इस सभी तरह के मौसम में 40 से ज्यादा घंटों तक सैटेलाइट के जरिए उड़ान भरने के लिए डिजाइन किया गया है। यही कारण है कि इसके जरिए सेना किसी भी हालात में सीधे जानकारी पा सकती है।