देश में लोकसभा चुनाव चल रहा है लेकिन आम आदमी पार्टी (AAP) की मुश्किले खत्म होने का नाम नहीं ले रही. आप के कई नेता जेल में हैं तो कई नेताओं का मन पार्टी से भर गया. दिल्ली के बीजेपी कार्यालय में आप नेता दिनेश प्रताप सिंह, प्रवीण राणा, विनोद मुद्गल, राजवी यादव और मुकेश सिन्हा बीजेपी में शामिल हो गए हैं. दिनेश प्रताप सिंह AAP के राष्ट्रीय परिषद के सदस्य थे और मध्य प्रदेश, गुजरात के पर्यवेक्षक भी रहे हैं.
AAP टुकड़े-टुकड़े गैंग के साथ चली गई
उत्तर-पूर्वी दिल्ली से सांसद और बीजेपी उम्मीदवार मनोज तिवारी ने कहा, “आज आम आदमी पार्टी के दिनेश प्रताप सिंह, प्रवीण राणा, विनोद मुद्गल, राजवी यादव और मुकेश सिन्हा भाजपा में शामिल हुए हैं. इन्होंने बीजेपी में शामिल होने का कारण बताते हुए कहा है कि AAP पर इन्हें बहुत भरोसा था लेकिन जब से AAP टुकड़े-टुकड़े गैंग के साथ चली गई है तब से इनका दिल टूट गया है. मुझे लगता है यही भाव पूरे दिल्ली के लोगों का है, कन्हैया कुमार जैसे टुकड़े – टुकड़े गैंग वाले को उम्मीदवार बनाने से राहुल गांधी और केजरीवाल को कोई स्वीकार नहीं करेगा.”
देश के दुश्मनों के साथ कोई खड़ा नहीं रहना चाहता
आम आदमी पार्टी के नेताओं के बीजेपी में शामिल होने को लेकर बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा, “आज दिनेश प्रताप सिंह भाजपा में शामिल हुए हैं, वे उनके(AAP) राष्ट्रीय परिषद के सदस्य हैं, दो राज्यों के पर्यवेक्षक रहे हैं. इतने कद्दावर नेता इसलिए पार्टी छोड़कर आ रहे हैं क्योंकि आम आदमी पार्टी की कथनी और करनी में फर्क दिख रहा है. उन्होंने खुद कहा है कि कोई भी व्यक्ति देश के दुश्मनों के साथ खड़ा नहीं रहना चाहता. यह उन्होंने खुद कहा है.”
केजरीवाल को लिखा पत्र
AAP के संयोजक अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखकर दिनेश प्रताप सिंह ने पार्टी के अपने सभी पदों से इस्तीफा दिया. उन्होंने पत्र में लिखा काफी कुछ कहना चाहता हूं, लिखना चाहता हूं, बताना चाहता हूं, लेकिन मेरे संस्कार ऐसा कुछ भी कहने से मना करते हैं जिससे दूसरों को कष्ट पहुंचे, फिर भी मैं आज अपनी बातों को आपके समक्ष रख रहा हूं, क्योंकि मुझे लगता है कि सच को छुपाना भी अपराध है, और मैं अपराध का भागीदार नहीं बनना चाहता.
इस कारण से दिया इस्तीफा
जिस प्रकार से पार्टी में जमीनी और पुराने कार्यकर्ता जिनके कड़े संघर्ष और खून पसीने की मेहनत से पार्टी स्थापित होकर अस्तित्व में आई और बहुत ही कम समय में राष्ट्रीय पार्टी बनी, आज वे कही भी किसी मुकाम पर नहीं हैं, कल के आए हुए अनुभवहीन लैपटापिया नेता पार्टी के आका बनकर तानाशाही कर रहे हैं, और उनके कुछ लैपटापी साथी पार्टी पर अतिक्रमण करने का मन बना चुके है. Read More…Congress MLA Nirmala Join BJP: 25 साल बाद जीती थी बीना सीट, फिर कैसे गंवा बैठी कांग्रेस? BJP में शामिल होने वाली MLA निर्मला सप्रे ने बताया कारण
दिशाहीन होकर आगे बढ़ रही पार्टी
बड़े नेताओं और ज़मीनी कार्यकर्ताओं के बीच की दूरी पाटना बेहद कठिन है जो कि राजनैतिक रूप से जरूरी है. पार्टी आज जिस प्रकार से बुनियादी मुद्दों से हटकर दिशाहीन होकर आगे बढ़ रही है, उसमें मैं खुद को सहज महसूस नहीं कर पा रहा. इसलिए मैं आम आदमी पार्टी के सभी पदों व प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूं.