भोपाल।
मध्य प्रदेश में भीषण गर्मी का दौर जारी है, लेकिन अब जल्द ही राहत मिलने की उम्मीद है। मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश में 15 जून को मानसून के प्रवेश के आसार बन रहे हैं। हालांकि, इससे पहले गर्मी अपना तीखा तेवर दिखा रही है। ग्वालियर, चंबल, रीवा, सागर, दतिया, भिंड, मुरैना समेत 12 जिलों में लू चलने का अलर्ट जारी किया गया है।
राजधानी भोपाल, इंदौर, जबलपुर और उज्जैन जैसे बड़े शहरों में भी गर्म हवाओं और तेज धूप से लोगों को राहत नहीं मिल रही। दिन का तापमान लगातार 42 से 45 डिग्री सेल्सियस के बीच बना हुआ है, जिससे आम जनजीवन प्रभावित हो रहा है।
मानसून की दस्तक से पहले गर्मी का कहर
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि बंगाल की खाड़ी में बन रही प्रणाली के असर से 15 जून के आसपास मानसून मध्यप्रदेश में प्रवेश कर सकता है। सबसे पहले इसका असर रीवा और जबलपुर संभागों में दिखाई देगा, इसके बाद धीरे-धीरे यह पूरे प्रदेश में फैल जाएगा।
लेकिन जब तक मानसून नहीं आता, तब तक प्रदेश को गर्मी और लू से जूझना पड़ेगा। खासकर उत्तर और उत्तर-पूर्वी जिलों में स्थिति ज्यादा गंभीर है।
कौन-कौन से जिले लू की चपेट में
मौसम विभाग ने ग्वालियर, मुरैना, भिंड, दतिया, शिवपुरी, अशोकनगर, श्योपुर, सागर, टीकमगढ़, निवाड़ी, रीवा और सतना जिलों में लू का रेड अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में लोगों को दोपहर 12 से 4 बजे के बीच बाहर निकलने से बचने की सलाह दी गई है।
भोपाल-इंदौर में भी उमस और तपन
हालांकि भोपाल और इंदौर में लू जैसी स्थिति नहीं है, लेकिन गर्मी और उमस से लोग बेहाल हैं। इन शहरों में रात का तापमान भी 30 डिग्री के पार बना हुआ है, जिससे नींद में खलल पड़ रही है और बिजली की खपत भी बढ़ रही है।
सावधानी जरूरी
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने गर्मी से बचाव के लिए धूप में बाहर न निकलने, हल्के और सूती कपड़े पहनने, अधिक से अधिक पानी पीने और ओआरएस लेने की सलाह दी है। लू लगने की स्थिति में तत्काल छायादार स्थान पर जाकर आराम करें और डॉक्टर की सलाह लें।