मप्र विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने अपने 144 उम्मीदवारों की पहली सूची रविवार को जारी कर दी है। 96 विधायकों में से 69 को फिर से मौका दिया है। कमलनाथ छिंदवाड़ा से चुनाव लड़ेंगे। कांतिलाल भूरिया की जगह उनके बेटे विक्रांत को टिकट दिया है।कांग्रेस ने गोटेगांव से विधायक और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति का टिकट काट दिया।
उनकी जगह शेखर चौधरी को प्रत्याशी बनाया है। कटंगी विधायक टामलाल सहारे का टिकट काटकर पूर्व सांसद बोध सिंह भगत, गुनौर से विधायक शिवदयाल बागरी की जगह जीवन लाल सिद्धार्थ, भगवानपुरा में निर्दलीय विधायक केदार डाबर और झाबुआ में वर्तमान विधायक कांतिलाल भूरिया की जगह बेटे विक्रांत भूरिया को उम्मीदवार बनाया है। पिछोर से 5 बार के विधायक केपी सिंह को शिवपुरी से प्रत्याशी बनाया गया है, जबकि पिछोर सीट पर शैलेंद्र सिंह प्रत्याशी बनाए गए हैं।
सीएम शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ बुधनी विधानसभा से आनंद सागर के रामायण धारावाहिक में हनुमान का किरदार निभाने वाले विक्रम मस्ताल को उम्मीदवार बनाया है पिछले दिनों छिंदवाड़ा के सिमरिया हनुमान मंदिर में पीसीसी चीफ कमलनाथ ने विक्रम मस्ताल को सदस्यता दिलाई थी
बुधनी विधानसभा सीट से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के सामने विक्रम मस्ताल को टिकट दिया गया है। बुधनी के रहने वाले मस्ताल टीवी सीरियल एक्टर हैं। उन्होंने 2008 में रामायण सीरियल में हनुमान का किरदार निभाया है। इंदौर-1 में कैलाश विजयवर्गीय के सामने कांग्रेस के संजय शुक्ला चुनाव मैदान में होंगे। कांग्रेस छोड़कर भाजपा में गए मंत्री तुलसीराम सिलावट के सामने सांवेर से रीना बौरासी को टिकट दिया है।भोपाल में नरेला सीट पर भाजपा के विश्वास सारंग के सामने मनोज शुक्ला को प्रत्याशी बनाया है। मध्य सीट पर मौजूदा विधायक आरिफ मसूद को टिकट दिया गया है। बैरसिया में पिछला चुनाव हारीं जयश्री हरिकरण को फिर से प्रत्याशी बनाया गया है। खरगोन जिले की भगवानपुरा सीट से निर्दलीय विधायक केदार डाबर को कांग्रेस ने टिकट दिया है। केदार ने पिछला चुनाव जीतने के बाद कांग्रेस को समर्थन दिया था।144 में से 65 टिकट 50 साल से कम उम्र के लोगों को दिए हैं। ओबीसी वर्ग के 39 प्रत्याशी हैं। अनुसूचित जाति वर्ग के 22 और अनुसूचित जनजाति वर्ग के 30 उम्मीदवार के नामों की घोषणा की है। 19 महिलाओं को प्रत्याशी बनाया है। 6 अल्पसंख्यक वर्ग के नेताओं को टिकट दिया गया है। 5 जैन और एक मुस्लिम को भी टिकट दिया गया है।दतिया में भाजपा के गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा के सामने अवधेश नायक को टिकट दिया है। अवधेश भाजपा सरकार में दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री रहे हैं। सिंधिया के साथ बीजेपी में गए और फिर वापस कांग्रेस में लौटे बैजनाथ यादव को कोलारस से प्रत्याशी बनाया है।
यहां भाजपा से कांग्रेस में शामिल हुए वीरेंद्र रघुवंशी को टिकट की उम्मीद थी। सुरखी से परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के जनपद अध्यक्ष नीरज शर्मा को प्रत्याशी बनाया है। नरयावली से कांग्रेस ने अपने पूर्व मंत्री सुरेंद्र चौधरी पर ही दांव लगाया है।विजयपुर में पूर्व विधायक रामनिवास रावत को उम्मीदवार घोषित किया है। जौरा में उपचुनाव हारे पंकज उपाध्याय को मौका दिया गया है। अटेर में पूर्व विधायक हेमंत कटारे को टिकट दिया गया है। मेहगांव में नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह के भांजे राहुल भदौरिया को प्रत्याशी बनाया गया है। गुना जिले की बमोरी सीट पर पूर्व मंत्री कन्हैया लाल अग्रवाल के बेटे ऋषि अग्रवाल को प्रत्याशी बनाया गया है। कन्हैया लाल पिछला चुनाव भाजपा के महेन्द्र सिंह सिसोदिया से हार गए थे। मुंगावली सीट पर भाजपा के पूर्व विधायक रहे स्व. राव देशराज सिंह यादव के बेटे राव यादवेंद्र सिंह को उम्मीदवार बनाया गया है।ग्वालियर ग्रामीण सीट पर बहुजन समाज पार्टी से पिछला चुनाव लड़े साहब सिंह गुर्जर को प्रत्याशी बनाया है। भांडेर में पूर्व विधायक फूल सिंह बरैया को टिकट दिया है। पोहरी सीट पर पिछला उपचुनाव लड़े कैलाश कुशवाह को दोबारा टिकट दिया है। शिवपुरी जिले की पिछोर सीट पर केपी सिंह की जगह शैलेंद्र सिंह को प्रत्याशी बनाया गया है। शैलेंद्र के पिता भानु प्रताप सिंह पहले विधायक रह चुके हैं। वर्तमान में शैलेंद्र सिंह नगर पालिका अध्यक्ष हैं।