भोपाल: कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पार्टी के निष्क्रिय नेताओं को सख्त चेतावनी दी है। जिसके बाद अब मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने भी संगठन के नेताओं और कार्यकर्ताओं को स्पष्ट संदेश दे दिया है—”अब काम करो या पद छोड़ो।”
अनुशासन को लेकर कड़े तेवर
कांग्रेस पार्टी में निष्क्रियता और अनुशासन को लेकर कड़े तेवर अपनाए जा रहे हैं। गुजरात में हाल ही में आयोजित ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी (AICC) की बैठक में पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने जो बयान दिया, उसका असर अब राज्यों में भी दिखने लगा है।
संगठन में जिम्मेदारी के साथ काम करना जरूरी-जीतू
इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए मध्य प्रदेश कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने भी साफ कर दिया है कि अब संगठन में जिम्मेदारी के साथ काम करना जरूरी है, वरना पद छोड़ने के लिए तैयार रहें।
पद कोई विशेषाधिकार नहीं, जिम्मेदारी है
मीडिया से बात करते हुए जीतू पटवारी ने कहा कि पद होना कोई बहुत बड़ा मुद्दा नहीं है। लेकिन उस पद के साथ न्याय करना, यह सबसे महत्वपूर्ण बात है। खड़गे जी ने जो संदेश दिया है, वो सभी के लिए है- या तो काम करो, नहीं तो जगह छोड़ दो। उनका यह बयान इस बात का संकेत है कि अब मध्य प्रदेश कांग्रेस में भी निष्क्रिय नेताओं पर कार्रवाई हो सकती है।
खड़गे का दो टूक संदेश – जो जिम्मेदारी नहीं निभा रहे, उन्हें रिटायर हो जाना चाहिए
बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने गुजरात के अहमदाबाद में साबरमती नदी के तट पर आयोजित कांग्रेस की बैठक में कहा था “जो लोग पार्टी के काम में सहयोग नहीं कर रहे, उन्हें अब आराम करना चाहिए। जो जिम्मेदारी नहीं निभा पा रहे, उन्हें रिटायर हो जाना चाहिए।” खड़गे ने मंच से यह भी कहा कि पार्टी को अनुशासन और वैचारिक प्रतिबद्धता के साथ काम करने वाले नेताओं की जरूरत है।
पार्टी में चल सकती है सफाई प्रक्रिया
इस बयान के बाद से ही माना जा रहा है कि कांग्रेस पार्टी अब संगठन के भीतर निष्क्रिय और गैर-जिम्मेदार नेताओं पर कार्रवाई की दिशा में आगे बढ़ सकती है। मध्य प्रदेश में जीतू पटवारी की टिप्पणी इसी तैयारी की ओर इशारा करती है।