रतलाम (मध्य प्रदेश):रतलाम पुलिस ने शहर में बुजुर्गों की सुरक्षा और सेवा के लिए एक अनोखी और सराहनीय मुहिम की शुरुआत की है। इस पहल के तहत पुलिसकर्मी अब घर-घर जाकर 60 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों से मुलाकात कर रहे हैं, उनकी समस्याएं सुन रहे हैं और उनका समाधान करने की कोशिश कर रहे हैं।
रतलाम पुलिस की नई पहल: बुजुर्गों की सुरक्षा अब पुलिस की जिम्मेदारी
मध्य प्रदेश के रतलाम जिले में पुलिस ने एक सराहनीय मुहिम शुरू की है, जिसके तहत बुजुर्गों की सुरक्षा और स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। यह पहल खास तौर पर उन बुजुर्गों के लिए है, जो अकेले रहते हैं।
घर-घर जाकर ले रही हैं पुलिस जानकारी
इस अभियान के तहत रतलाम पुलिस की टीमें घर-घर जाकर 60 साल से ऊपर के बुजुर्गों से मिल रही हैं। उनसे बातचीत कर उनकी समस्याओं को समझा जा रहा है और उनकी ज़रूरतों का रिकॉर्ड तैयार किया जा रहा है।
अकेले रहने वाले बुजुर्गों पर विशेष फोकस
मुहिम का विशेष ध्यान उन बुजुर्गों पर केंद्रित है जो अकेले रहते हैं और जिनके पास देखभाल करने वाला कोई नहीं है। ऐसे बुजुर्गों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जा रही है।
रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू
पुलिस द्वारा 60 साल से ऊपर के बुजुर्गों का रजिस्ट्रेशन शुरू कर दिया गया है। यह प्रक्रिया उन्हें बेहतर सहायता और सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से की जा रही है।
हेल्पलाइन नंबर भी जारी
इस मुहिम के तहत एक विशेष हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है। इस नंबर पर बुजुर्ग किसी भी समय कॉल कर सकते हैं और जरूरत पड़ने पर पुलिस से तुरंत सहायता पा सकते हैं।
विशेष टीम का गठन
बुजुर्गों की समस्याओं पर तुरंत कार्रवाई करने के लिए एक विशेष टीम गठित की गई है। यह टीम न केवल सुरक्षा बल्कि स्वास्थ्य संबंधी मामलों में भी मदद करेगी।
वॉलंटियर्स की भी ली जा रही मदद
पुलिस प्रशासन स्थानीय वॉलंटियर्स की मदद भी ले रहा है, जो बुजुर्गों की दैनिक ज़रूरतों में सहायता करेंगे। इससे समुदाय में एक सुरक्षा और सहयोग की भावना विकसित हो रही है।