टीकाराम जूली के मंदिर जाने पर बीजेपी नेता की आपत्ति
6 अप्रैल को राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता टीकाराम जूली अलवर के अपने निवास शालीमार स्थित श्रीराम मंदिर में पूजा-अर्चना के लिए गए। यह अवसर रामनवमी का था और मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा समारोह आयोजित किया गया था। जूली ने पूरी श्रद्धा से पूजा की, लेकिन अगले ही दिन बीजेपी नेता ज्ञानदेव आहूजा ने मंदिर में गंगाजल छिड़ककर उसे शुद्ध करने का दावा किया।
पटवारी बोले – यह सिर्फ एक नेता नहीं, पूरे दलित समाज का अपमान
इस घटना पर मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह कृत्य बीजेपी की संकीर्ण, जातिवादी और दलित विरोधी मानसिकता का जीता-जागता उदाहरण है। उन्होंने कहा कि यह हमला सिर्फ एक व्यक्ति पर नहीं बल्कि पूरे दलित समाज, संविधान और सामाजिक समानता की भावना पर हमला है।
“बीजेपी दलितों को पूजा का अधिकार भी नहीं देना चाहती”
पटवारी ने कहा, “बीजेपी एक तरफ बाबासाहेब अंबेडकर की जयंती पर श्रद्धांजलि देती है, उनके स्मारकों का उद्घाटन करती है, लेकिन दूसरी ओर जब एक दलित नेता मंदिर में पूजा करता है तो उसके पीछे मंदिर ‘शुद्ध’ किया जाता है।” उन्होंने इसे बीजेपी का दोहरा चरित्र बताया, जो अब जनता के सामने पूरी तरह बेनकाब हो चुका है।