भोपाल : कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) पर तीखा हमला करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के सामने ‘झुकने वाला’ करार दिया है। एक जनसभा को संबोधित करते हुए राहुल ने कहा कि जैसे ही ट्रम्प का फोन आया, नरेंद्र मोदी तुरंत सरेंडर हो गए। उन्होंने कहा कि इतिहास गवाह है, यही BJP-RSS का चरित्र है – डरना, झुक जाना और दबाव में आना।
राहुल गांधी ने इस संदर्भ में कांग्रेस की परंपरा और नेतृत्व की तुलना करते हुए कहा कि “कांग्रेस के शेर और शेरनियां कभी किसी के सामने नहीं झुके, चाहे अंग्रेज रहे हों या तानाशाह। हमारे नेताओं ने जेलें काटीं, जान दी, लेकिन कभी देश की आत्मा से समझौता नहीं किया।”
ट्रम्प कॉल का जिक्र क्यों?
राहुल गांधी का यह बयान उस संदर्भ में आया है, जब अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और नरेंद्र मोदी के बीच बातचीत को लेकर पहले भी विपक्ष सवाल उठा चुका है। राहुल गांधी ने इस मौके पर यह बताने की कोशिश की कि किस तरह मोदी सरकार वैश्विक दबावों में फैसले लेती है, और देश के हितों की अनदेखी करती है। उन्होंने यह भी कहा कि विदेश नीति को ‘सेल्फी डिप्लोमेसी’ बना दिया गया है, जिसका फायदा भारत को नहीं, बल्कि केवल कुछ कॉरपोरेट घरानों को होता है।
BJP और RSS पर वैचारिक हमला
राहुल गांधी ने भाजपा और आरएसएस पर वैचारिक हमला करते हुए कहा कि ये संगठन कभी भी दबाव का सामना नहीं कर सके। “इनका इतिहास देख लीजिए, आज़ादी की लड़ाई में इन्होंने भाग नहीं लिया, अंग्रेजों से समझौते किए। आज भी यही सोच कायम है – ताकतवर के आगे सिर झुकाना और कमज़ोर पर अत्याचार करना।”
कांग्रेस की भूमिका पर जोर
राहुल ने दावा किया कि कांग्रेस पार्टी ने हर दौर में लोकतंत्र, संविधान और नागरिक अधिकारों की रक्षा की है। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे सतर्क रहें और यह पहचानें कि किस विचारधारा में आत्मसम्मान, स्वतंत्रता और समानता की भावना है।
चुनावी संदर्भ और रणनीति
यह बयान ऐसे समय पर आया है जब देश में लोकसभा चुनाव या राज्यों के विधानसभा चुनावों की सुगबुगाहट तेज हो रही है। राहुल गांधी अपने बयानों के ज़रिए भाजपा पर सीधा हमला कर, जनता को यह संदेश देना चाह रहे हैं कि कांग्रेस अब समझौता नहीं करेगी और हर मोर्चे पर भाजपा के खिलाफ संघर्ष करेगी।
राहुल का यह बयान सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है, जिसमें वे आत्मविश्वास से लबरेज़ दिखते हैं और पार्टी को एक बार फिर ‘लड़ने और न झुकने वाली’ ताकत के तौर पर पेश करते हैं।