मध्यप्रदेश में नौतपा के छठवें दिन शुक्रवार को भी बारिश और आंधी का कहर बरकरार रहेगा। मौसम विभाग ने भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर सहित प्रदेश के कुल 36 जिलों में अलर्ट जारी किया है। नरसिंहपुर समेत छह जिलों में तेज आंधी की गति 60 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती है।
गुरुवार को भी प्रदेश के कई जिलों में तेज बारिश और आंधी का दौर जारी रहा था। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि फिलहाल प्रदेश के ऊपर एक टर्फ गुजर रहा है, जिसके साथ ही दो सक्रिय चक्रवात (साइक्लोनिक सर्कुलेशन) भी प्रदेश के मौसम को प्रभावित कर रहे हैं। यही वजह है कि मौसम का मिजाज बदला हुआ है और तेज बारिश तथा आंधी की संभावना बनी हुई है।
सीनियर मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया कि शुक्रवार को नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी, मंडला और बालाघाट जिलों में तेज आंधी और भारी बारिश की संभावना है। यहां आंधी की रफ्तार 60 किलोमीटर प्रति घंटे या उससे भी अधिक हो सकती है, जिससे लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है।
इन जिलों में बारिश का अलर्ट जारी
मौसम विभाग ने भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर, राजगढ़, शाजापुर, देवास, हरदा, बैतूल, नर्मदापुरम, रायसेन, विदिशा, अशोकनगर, शिवपुरी, मुरैना, भिंड, दतिया, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, सागर, दमोह, पन्ना, सतना, रीवा, मऊगंज, सीधी, सिंगरौली, शहडोल, अनूपपुर, डिंडौरी, उमरिया, कटनी और मैहर में भी तेज आंधी और बारिश का अलर्ट जारी किया है।
मौसम विभाग ने जनता से आग्रह किया है कि वे इस दौरान अलर्ट रहें और घरों से अनावश्यक बाहर निकलने से बचें। खासकर आंधी और बारिश के समय बिजली गिरने या पेड़ गिरने की घटनाओं को देखते हुए सावधानी बरतनी जरूरी है। किसानों को भी फसलों की सुरक्षा के लिए उचित कदम उठाने की सलाह दी गई है।
इस बारिश का असर मध्यप्रदेश के नदी-नालों में जलस्तर बढ़ने के रूप में दिख सकता है, इसलिए जल स्रोतों के निकट रहने वाले लोग सतर्क रहें। कई जगहों पर जलभराव या जलप्रलय की संभावना भी बनी हुई है। प्रशासनिक अधिकारी और आपदा प्रबंधन टीम भी सतर्क हैं और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
मौसम के इस बदलाव से तापमान में भी गिरावट आ सकती है, जिससे मौसम सुहावना रहने की संभावना है। लेकिन तेज आंधी और बारिश की वजह से यातायात प्रभावित हो सकता है, इसलिए ड्राइवरों को भी सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।