इंदौर के राजा रघुवंशी मर्डर केस में आरोपियों से पूछताछ में नई बातें सामने आई हैं। शिलॉन्ग पुलिस जिस दिन आरोपी राज कुशवाह को अपने साथ लेकर गई, उससे पहले इंदौर क्राइम ब्रांच के अफसरों से राज ने हाथ जोड़ते हुए कहा था कि उसका नाम सोनम के साथ अफेयर से हटा दिया जाए। यह सच है कि वह इस हत्याकांड में शामिल है, लेकिन प्रेम संबंधों की बात से उसे दिक्कत है।
राजा की हत्या के मुख्य आरोपी राज कुशवाह को शिलॉन्ग पुलिस ने इंदौर से गिरफ्तार किया था। इंदौर क्राइम ब्रांच के दफ्तर में राज और अन्य आरोपियों से शुरुआती पूछताछ हुई थी।
राजा की हत्या के बाद सोनम इंदौर में ठहरी थी…
क्राइम ब्रांच के अधिकारी के अनुसार, इंदौर से शिलॉन्ग जाने के पहले क्राइम ब्रांच के अफसर और शिलॉन्ग पुलिस के सामने राज ने यह बात कबूल कर ली थी कि हत्याकांड के बाद सोनम देवास नाके पर एक कार शोरूम के पास होटल में ठहरी थी। उसने अंजली नाम की लड़की की आईडी लगाई थी। लेकिन पुलिस जांच में यह सूचना गलत पाई गई।
दरअसल, सोनम 26 मई से 7 जून तक देवास नाका स्थित एक बिल्डिंग के फ्लैट में ठहरी थी। फ्लैट किराए पर देने वाले सिलोम जैम्स के अनुसार, राज कुशवाह नाम का युवक विशाल के साथ यहां आया था और किराया देकर एग्रीमेंट कर चला गया था।
इसके बाद फ्लैट में सोनम या कोई अन्य रुका या नहीं, इसकी जानकारी उसे नहीं है। सिलोम ने राज द्वारा किए गए एग्रीमेंट और अन्य दस्तावेजों की कॉपी पुलिस को देने की बात कही है। यह बिल्डिंग लोकेंद्र सिंह तोमर के नाम पर है।
जानकारी के मुताबिक, क्राइम ब्रांच की टीम बुधवार को मौके पर जांच के लिए पहुंची थी। टीम ने 25 से 27 मई तक की बिल्डिंग की एंट्री और सीसीटीवी फुटेज की जांच की, जिसमें सोनम के वहां ठहरने की पुष्टि हुई थी। हालांकि पुलिस ने अब तक सोनम के वहां ठहरने की आधिकारिक पुष्टि नहीं की है।
राज ने होटल का नाम नही बताया
राज ने क्राइम ब्रांच और शिलॉन्ग पुलिस के सामने कहा था, सोनम देवास नाके पर कार शोरूम के पास जिस होटल में फर्नीचर का काम चल रहा था, वहां ठहरी थी। क्राइम ब्रांच टीम इस बात की पुष्टि करने मौके पर पहुंची थी। पहले टीम डॉमिनोज के पास स्थित होटल में पहुंची।
यहां 26 मई की रात विशाल और अंजलि नाम के कपल के रुकने की जानकारी सामने आई। दोनों ने अपना पता गोविंद नगर लिखवाया था। दोनों रात 2 बजे होटल पहुंचे और करीब 4 घंटे बाद वहां से चले गए। रजिस्टर में भी आधार कार्ड की एंट्री मिली। वहीं जो मोबाइल नंबर लिखाया था, वह गलत निकला।
लेकिन इस बात की पुष्टि नहीं हो पाई कि यहां अंजलि नाम से रुकने वाली युवती सोनम ही थी। इसके बाद क्राइम ब्रांच ने उस होटल का भी पता लगाया जहां फर्नीचर बन रहा था। हालांकि राज शिलॉन्ग पुलिस को उस होटल का नाम नहीं बता पाया था। क्राइम ब्रांच के अफसरों ने सीधे तौर पर होटल की चेकिंग करने की बात से इनकार किया है।