Ramnivas Rawat: इन दिनों मध्य प्रदेश की राजनीति में रामनिवास रावत का नाम सुर्खियों में है. लोकसभा चुनाव के बीच बीजेपी में शामिल होने वाले विधायकों में से एक नाम इनका भी है. रामनिवास रावत को लेकर बीते कुछ दिनों से कई अपवाहें फैली थी. कि उन्होंने बीजेपी ज्वाइन ही नहीं की या ज्वाइन की तो विधायक पद से इस्तीफा कब देगें. इन्हीं सवालों के जवाब के लिए रामनिवास रावत ने प्रेस कांफ्रेंस की और कई चौंकाने वाले जवाब दिए.
अपनी मर्जी से इस्तीफा दूंगा
श्योपुर जिले की विजयपुर से विधायक 30 अप्रैल को कांग्रेस छोड़कर बीजेपी ज्वाइन कर ली. रावत 6 बार के विधायक और सीनियर नेता है. बीजेपी में ज्वाइन होने की पुष्टि करते हुए उन्होंने कहा मैं बीजेपी में शामिल हो चुका हूं. हजारों लोगों की मौजूदगी में विजयपुर के कार्यक्रम में सीएम के समक्ष में भाजपा में आया हूं. रही बात विधायक पद से इस्तीफे की तो समय आने पर अपनी मर्जी से इस्तीफा दूंगा. इसके अलावा उन्होंने बताया कि जिस कार्यक्रम में मैंने बीजेपी ज्वाइन की उसे भी मैंने खुद करवाया था. और पढ़ें…Arvind Kejriwal: दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को 1 जून तक मिली अंतरिम जमानत, चुनाव प्रचार के लिए मांगी थी मोहलत
कांग्रेस चिंतन करे क्यों छोड़ रहे लोग पार्टी
इस दौरान उन्होंने कांग्रेस की नीतियों को गलत ठहराते हुए कहा कि कांग्रेस को चिंतन करना चाहिए कि आखिर लोग कांग्रेस क्यों छोड़ रहे है? इसके अलावा उन्होंने मुरैना- श्योपुर लोकसभा सीट पर भाजपा प्रत्याशी की जीत 25 हजार से ज्यादा वोटों से होने का दावा किया है. उन्होंने कहा कि हम लोकसभा क्षेत्र की 8 विधानसभाओं में से 5 पर जीत हासिल करेंगे.
उनका पूरा परिवार आर्थिक रूप से संपन्न
उन्होंने यह स्पष्ट करते हुए कहा है कि अब वह भाजपा के हैं. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी के विधायक रामनिवास रावत को कर्ज में डूबा हुआ होने की वजह से भाजपा में शामिल होने वाले बयान पर भी उन्होंने पलटवार किया और जीतू पटवारी को ओछी मानसिकता वाला बताया. इस दौरान उन्होंने कहा कि उनका पूरा परिवार इतना संपन्न है कि उन्हें कभी भी कर्ज लेने की जरूरत नहीं है. वह कर्ज लेने वाले नहीं बल्कि देने वालो में से हैं.