Rewa News: रीवा जिले के मनिका गांव के बोरवेल में गिरे मासूम मयंक को नहीं बचाया जा सका. करीब 45 घंटे के रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद उसे निकाला गया. वह करीब 42 फीट के अंदर मिट्टी और पत्थरों के बीच दबा मिला. मयंक के निकलते ही मेडिकल टीम तुरंत उसे अस्पताल लेकर पहुंची, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. मयंक के मौत की खबर सुनते ही परिवार में चीख – पुकार मच गई. मां का रो-रोकर बुरा हाल है.
क्षेत्रीय विधायक और आला अधिकारी रहे मौजूद
रीवा कलेक्टर प्रतिभा पाल ने मयंक के बाहर निकलने और फिर उसकी मौत की पुष्टि करी है. बता दें पूरे 45 घंटे से आला अधिकारी जिसमें रीवा कलेक्टर प्रतिभा पाल, एसपी विवेक कुमार सिंह मौजूद थे. इनके अलावा वहां क्षेत्रीय विधायक भी मौजूद रहे. प्रशासन और रेस्क्यू टीम के लाख कोशिशों के बावजूद भी मयंक को नहीं बचाया जा सका.
8 जेसीबी मशीनों से की गई खुदाई
मासूम मयंक को निकालने के लिए उत्तरप्रदेश के बनारस से NDRF की टीम बुलाई गई थी. 8 जेसीबी मशीनों से लगातार खुदाई की गई थी. और उसके बाद बच्चे तक पहुंचने के लिए सुरंग भी बनाई गई थी. 60 फीट के बाद बोर में पानी निकल आया. जिसके बाद मैनुअली खुदाई की गई.