Sehore News: सीहोर जिले के कांकड़ खेड़ा में स्थित अल्फा प्रोटीन फैक्ट्री के भूसे में अचानक आग लग गई. देखते ही देखते आग ने भीषण रूप धारण कर लिया. आग को बुझाने का प्रयास लगातार किया जा रहा है लेकिन खबर लिखने तक आग नहीं बुझ पाई है. हजारों टन भूसे में लगी आग को जेसीबी और ट्रक्टरों से बुझाने का प्रयास किया जा रहा है.
प्रदूषण बोर्ड से फैक्ट्री की हो चुकी है शिकायत
अल्फा प्रोटीन फैक्टरी को लेकर अधिवक्ता शारिक चौधरी ने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड में शिकायत करते हुए बताया था कि दबंग प्रभावशील व्यक्ति द्वारा अल्फा प्रोटीन फैक्ट्री ग्राम कांकडखेडा मरी माता के मंदिर के पास आबादी क्षेत्र में फेक्ट्री संचालित की जा रही है. जो अवैध रूप से नियम विरुद्ध तरीके से संचालित की जा रही है. इससे अत्यधिक जल एवं वायु प्रदूषित कर रही है जिससे जलीय जन्तु मर रहे है एवं किसानो की फसले चौपट हो रही हैं.
दुर्गन्ध से ग्रामवासियों एव राहगीरों का जीना मुश्किल
फैक्ट्री की वजह से फैले दुर्गन्ध से लोगों का जीना मुश्किल हो रहा है. ग्रामीणों को तरह तरह के गम्भीर रोग हो रहे है, कई ग्रामवासियों को कैंसर, टीबी, अस्थमा एवं शरीर की गंभीर रोग हो रहे है. इतना ही नहीं गाय, भेस, बकरी, कुत्ते अन्य पालतु जानवरों को भी गंभीर बीमारियां हो रही है. व उनकी जान तक जा रही है. इनके द्वारा फेक्ट्री से निकलने वाला अत्यधिक दुषित जल नाले में छोडा जाता है जो नाला अजनाल नदी में मिलता है जिससे नदियों का पानी दुषित हो रहा है. साथ ही फैक्ट्री प्रबंधन प्रदूषित जल को अपनी निजी भूमि में एवं किसानो की भूमि में पाइप लाइन से फैला रहे हैं. इसी कारण गांव का भू-जल भी प्रदूषित हो चुका है. कहीं भी पीने योग्य पानी नहीं बचा है. वहां के पानी से किसानो की फसले खराब हो रही है जमींन बंजर हो रही है, भूमि की कीमतों में गिरावट हो रही है, एवं भूमि से किसानो को कोई उत्पादन नहीं मिल रहा है.
गाय के चमडा यूज करने की अशंका
ऐसी आशंका है की अल्फा प्रोटीन फैक्ट्री के संचालक गाय के चमडा का भी उपयोग करता है, जिसकी जाँच की जाना भी आवश्यक है. इनके द्वारा इंधन के रूप में वृक्षों को काट कर जलाया जाता है और पर्यावरण को नुकसान पहुचाया जा रहा है. फैक्ट्री के पीछे बड़ी संख्या में चमड़े का अवशेष फेका गया जिससे दुर्गंध उठ रही. यहां बनाए जा रहे कृषि उत्पाद में चमड़े की कतरन का उपयोग किया जाता है, जिसके अवशेष से पर्यावरण प्रदूषित भी हो रहा है.