बेहतर प्राइवेसी और सिक्योरिटी के दावे करने वाले इंस्टैंट मैसेजिंग एप टेलीग्राम (Telegram) के CEO (Pavel Durov) को हाल ही में गिरफ्तार किया गया है। इसके बाद अब भारत सरकार भी Telegram के खिलाफ जांच शुरू करने जा रही है। इस दावे के पीछे कितनी सच्चाई है? आइये जानते हैं पूरी डिटेल
आइए जानते हैं कि उन्हें गिरफ्तार क्यों किया ?
टेलीग्राम मैसेजिंग ऐप के अरबपति संस्थापक और CEO PavelDurovको शनिवार शाम पेरिस के बाहर बॉर्गेट हवाई अड्डे पर गिरफ्तार किया गया है। यह जानकारी फ्रांसीसी स्थानीय मीडिया के हवाले से सामने आई है। पुलिस का मानना था कि टेलीग्राम पर मैसेजिंग ऐप पर आपराधिक गतिविधियां बेरोकटोक चलती रहती हैं। फिलहाल इस मामले में टेलीग्राम की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है। रूस के विदेश मंत्रालय ने कहा कि वह स्थिति को “स्पष्ट” करने के लिए कदम उठा रहा है और सवाल किया कि क्या पश्चिमी गैर-सरकारी संगठन उसकी रिहाई की मांग करेंगे।
कौन हैं Pavel Durov ?
पावेल डुरोव का जन्म रूस में हुआ था। 39 वर्षीय डुरोव मैसेजिंग ऐप टेलीग्राम के संस्थापक और मालिक के रूप में जाने जाते हैं। डूरोव की संपत्ति फोर्ब्स द्वारा 15.5 बिलियन डॉलर आंकी गई थी उन्होंने 2014 में रूस छोड़ दिया था. रूसी और फ्रांसीसी मीडिया का कहना है कि डुरोव 2021 में फ्रांसीसी नागरिक बन गए। उन्होंने 2017 में खुद को और टेलीग्राम को दुबई में शिफ्ट कर दिया था। अप्रैल में ड्यूरोव ने अमेरिकी पत्रकार से रूस छोड़ने और अपनी कंपनी के लिए जगह तलाशने के बारे में कहा था, ‘मैं किसी से आदेश लेने की बजाय स्वतंत्र रहना पसंद करूंगा।’ इस दौरान उन्होंने बर्लिन, लंदन, सिंगापुर और सैन फ्रांसिस्को में भी काम किया।
क्या सच में बैन हुआ है Telegram ?

Telegram अभी तक भारत में आधिकारिक रूप से बैन नहीं हुआ है लेकिन यदि जांच में यह दोषी पाया जाता है तो निश्चित तौर पर इसे बैन किया जाएगा। भारत में टेलीग्राम के खिलाफ गृह मंत्रालय और मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रोनिक्स एंड इंफोर्मेशन टेक्नोलॉजी के तहत काम करने वाली एजेंसी Indian Cybercrime Coordination Centre (I4C) जांच शुरू कर सकती है। वैसे आपको बता दें कि टेलीग्राम पर सबसे ज्यादा स्कैम और प्राइवेसी होता है। भारत में इसका इस्तेमाल ही फिल्मों, वेब सीरीज और ओटीटी कंटेंट की प्राइवेसी के लिए हो रहा है। इसके अलावा जितने भी ऑनलाइन स्कैम हो रहे हैं उन सब में टेलीग्राम का नाम शामिल है। भारत सरकार पहले भी कई ऐप्स को बैन कर चुकी है। 2020 से लेकर अब तक सरकार ने सैकड़ों ऐप्स को भारत में बैन किया है। इन ऐप्स पर IT एक्ट 69A के उल्लंघन की वजह से प्रतिबंध लगाया गया था। अगर, टेलीग्राम ऐप के खिलाफ भी इस तरह की शिकायत मिलती है, तो MHA इस इंस्टैंट ऐप पर भारत में प्रतिबंध लगा सकता है।