आनंदपुर/अशोकनगर: वाराणसी दौरे के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को मध्य प्रदेश के अशोकनगर जिले स्थित आनंदपुर धाम पहुंचे। इस दौरान उन्होंने बैसाखी पर्व और श्री गुरुजी महाराज के अवतरण दिवस पर देश-विदेश से आए श्रद्धालुओं को संबोधित किया। पीएम ने आनंदपुर धाम की आध्यात्मिक परंपरा, सेवा, और तप की भूमि को नमन किया।
आध्यात्मिक स्थल पर पीएम का भव्य स्वागत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को अपने मध्य प्रदेश दौरे के तहत ईसागढ़ तहसील के आनंदपुर धाम पहुंचे। इस आध्यात्मिक स्थल पर उनका भव्य स्वागत अद्वैत मठ की ओर से किया गया। मठ के संतों और अनुयायियों ने पारंपरिक रीति-रिवाज से उनका अभिनंदन किया।
अद्वैत मठ की ओर से स्वागत समारोह
मठ की ओर से प्रधानमंत्री के नेतृत्व में आयोजित विश्वस्तरीय महाकुंभ और श्रीराम मंदिर के भव्य स्थापना समारोह की सराहना की गई। मठ ने इसे “आस्था और अध्यात्म का संगम” बताते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने भारत की सनातन परंपराओं को वैश्विक मंच पर सम्मान दिलाया है।
प्रधानमंत्री का संबोधन: “यह धरती साधारण नहीं”
प्रधानमंत्री मोदी ने श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा, “मैं श्री आनंदपुर धाम आकर अभिभूत हूं। जिस धरती का कण-कण संतों की तपस्या से सींचा गया हो, जहां सेवा और दान परंपरा बन गए हों, वह भूमि सामान्य नहीं हो सकती।” उन्होंने कहा कि अशोकनगर ऐसी भूमि है जहां “दुख भी आने से डरते हैं।” उन्होंने बैसाखी पर्व और श्री गुरुजी महाराज के अवतरण दिवस पर उपस्थित होकर स्वयं को सौभाग्यशाली बताया।
🕉 धार्मिक ऊर्जा और श्रद्धा का संगम
पीएम मोदी ने कहा कि उन्हें यहां आने पर अध्यात्मिक ऊर्जा की अनुभूति हुई है। उन्होंने आनंदपुर धाम की कार्यप्रणाली, सेवा संकल्प, और संतों की तपस्या को भारत की आत्मा से जोड़ा।
PM का संबोधन श्रद्धालुओं के लिए बना प्रेरण स्रोत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यह आध्यात्मिक यात्रा न केवल धार्मिक भावनाओं को संबोधित करती है, बल्कि देश की सांस्कृतिक धरोहर को सशक्त करने की दिशा में एक बड़ा संकेत भी देती है। आनंदपुर धाम में उनका संबोधन श्रद्धालुओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गया।