हैदरगढ़ (विदिशा): मध्य प्रदेश: बकरीद के पर्व से पहले मध्य प्रदेश के विदिशा ज़िले के हैदरगढ़ क्षेत्र से एक बड़ी और अहम खबर सामने आई है। यहां बकरीद के दिन पाड़ा नहीं काटा जाएगा। यह फैसला एक शांति समिति की बैठक के बाद मुस्लिम समुदाय द्वारा सर्वसम्मति से लिया गया है।

हाई कोर्ट के आदेश के बाद बदल गया घटनाक्रम
मामले की पृष्ठभूमि में मध्य प्रदेश हाई कोर्ट का वह आदेश था जिसमें साफ कहा गया था कि अगर कोई बड़ा जानवर (पाड़ा) काटना है तो इसके लिए स्थानीय प्रशासन, यानी एसडीओ से अनुमति लेना अनिवार्य होगा। इस आदेश के बाद यह उम्मीद थी कि मुस्लिम पक्ष प्रशासन के पास आवेदन देगा, लेकिन ऐसा कोई आवेदन नहीं किया गया।
बिना आवेदन के प्रशासन ने लिया संज्ञान
जब मुस्लिम पक्ष की ओर से न तो एसडीओ कार्यालय और न ही जिला प्रशासन को कोई लिखित आवेदन मिला, तो प्रशासन ने पहल करते हुए मामले को सुलझाने के लिए दोनों पक्षों को आमंत्रित कर बैठक बुलाई।
एसडीओ ने की बैठक की अगुवाई
एसडीओ मनोज उपाध्याय की अध्यक्षता में हुई इस अहम बैठक में हिंदू और मुस्लिम दोनों समुदायों के प्रतिनिधि शामिल हुए। प्रशासन ने सभी से शांति और सौहार्द बनाए रखने की अपील की।
पंचायत का फैसला रहेगा बरकरार
इस बैठक में एक अहम बात यह भी रही कि दोनों पक्षों ने पूर्व में पंचायत द्वारा लिया गया निर्णय मानने पर सहमति जताई। पंचायत ने पहले ही पाड़ा काटने की अनुमति को रद्द कर दिया था, और अब यह फैसला प्रशासनिक स्तर पर भी स्थायी रूप से स्वीकार कर लिया गया है।
मुस्लिम समुदाय का यूटर्न
जहां पहले पाड़ा काटे जाने की संभावना थी, वहीं अब मुस्लिम पक्ष ने प्रशासन के समक्ष संयम और सामाजिक जिम्मेदारी दिखाते हुए निर्णय को वापस ले लिया है। यह फैसला सर्वसम्मति से लिया गया और इसे पूरे क्षेत्र में सकारात्मक रूप से देखा जा रहा है।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
बैठक के बाद एसडीओ मनोज उपाध्याय ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि “यह फैसला क्षेत्र में शांति और सौहार्द बनाए रखने के लिए एक बड़ी पहल है। हम सभी समुदायों के सहयोग की सराहना करते हैं।”
प्रशासन पूरी तरह सतर्क
बकरीद के दिन कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस बल तैनात रहेगा। संवेदनशील इलाकों में विशेष निगरानी रखी जाएगी। किसी भी प्रकार की अफवाह पर कार्रवाई के निर्देश भी जारी कर दिए गए हैं।
सौहार्द की मिसाल
हैदरगढ़ में लिया गया यह फैसला सांप्रदायिक सौहार्द और सामाजिक समझदारी की मिसाल बन गया है। प्रशासन, पंचायत और समुदायों के संयुक्त प्रयास से टकराव टल गया है।
प्रशासन की अपील
प्रशासन ने सभी नागरिकों से अपील की है कि बकरीद को शांति, अनुशासन और भाईचारे के साथ मनाएं। किसी भी अफवाह या भड़काऊ बयान से बचने और प्रशासन का सहयोग करने की अपील की गई है।