पानी की गंभीर समस्या और प्रशासन की लापरवाही
मध्य प्रदेश के डिंडोरी जिले के ग्रामपंचायत देवरा में पानी की गंभीर किल्लत ने एक अजीब स्थिति उत्पन्न कर दी है। जब गर्मी ने जोर पकड़ा, तो गांववालों के लिए पीने के पानी का संकट गहरा हो गया। वार्ड क्रमांक 11 के निवासी जितेंद्र सोनी की पत्नी लक्ष्मी सोनी ने अपने दो बच्चों के साथ मायके जाने का फैसला लिया है। उनका कहना है कि जब तक पानी का इंतजाम नहीं होगा, तब तक वह वापस नहीं आएंगी। अब जितेंद्र परेशान हैं और कलेक्टर की जनसुनवाई में जाकर इस मामले को उठाने की धमकी दे रहे हैं।
नलजल योजना का सपना
ग्रामपंचायत देवरा में जल-जीवन मिशन के तहत दो नलजल योजनाएं स्वीकृत की गई थीं, जिसमें ढाई करोड़ रुपये की लागत से परियोजना शुरू की गई थी। हालांकि, योजना का लाभ केवल देवरा के कुछ वार्डों तक ही सीमित है और बाकी गांववाले इस योजना से पूरी तरह से वंचित हैं। यह स्थिति तब है जब दो साल से ज्यादा का समय बीत चुका है। नलजल योजना के बावजूद, देवरा के मुख्य वार्डों में पानी की सप्लाई नहीं हो रही है। इस वजह से गांव की महिलाएं पानी की किल्लत से तंग आकर मायके चली गई हैं और कुछ महिलाएं जाने की तैयारी कर रही हैं।
प्रशासन की लापरवाही पर सवाल
लक्ष्मी के मायके जाने के बाद जितेंद्र सोनी अब प्रशासन से कार्रवाई की उम्मीद लगाए हुए हैं। वह कलेक्टर की जनसुनवाई में जाने की धमकी दे रहे हैं ताकि प्रशासन को इस गंभीर समस्या का समाधान करना पड़े। प्रशासन के लिए यह मामला गंभीर होना चाहिए, क्योंकि महिलाओं की स्थिति इस हद तक खराब हो गई है कि उन्हें घर छोड़ने पर मजबूर होना पड़ा है।
आगे की राह
ग्राम देवरा में पानी की किल्लत को लेकर प्रशासन को शीघ्र कदम उठाने की आवश्यकता है। यदि जल्द ही नलजल योजना को सही तरीके से लागू नहीं किया गया, तो यह स्थिति और बिगड़ सकती है। उम्मीद की जाती है कि प्रशासन इस मामले को गंभीरता से ले और जल्द समाधान निकाले।