आधी रात… सड़कों पर पसरा गहरा सन्नाटा…सुनसान गलियों में आवारा कुत्तों के भोंकने की आवाज से इस अंधेरी रात की शांति में थोड़ा खलल पड़ रहा है… इस गहरी रात में एक 15 साल की बच्ची भटक रही है…उसके कपड़े फटे हैं और प्राइवेट पार्ट से खून निकल रहा है…वो सुनसान सड़क पर बस अकेली चली जा रही है…बच्ची थककर चूर हो जाती है और उसी सड़क पर बेहोश हो जाती है…बेहोश होने से पहले बच्ची बदहवास हालत में पैदल चलकर करीब 8 किलोमीटर का सफर तय करती है लेकिन सभ्य समाज का कोई जिम्मेदार इंसान उसकी मदद करने आगे नहीं आता… ये कहानी किसी फिल्म या सस्पेंस नॉवेल की नहीं, बल्कि ये वो शर्मनाक गुनाह है जो महाकाल की नगरी में हुआ है…ये हकीकत हमें आपको और इस समाज को शर्मसार करने के लिए काफी है…उज्जैन में रेप पीड़ित ने ये लंबा सफर तय किया है… जिसके सबूत सीसीटीवी कैमरे में भी कैद हुए हैं… इस फुटेज में बच्ची 5 ऑटो ड्राइवर के साथ दिखी थी.. इन सभी हैवानों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है… पीड़िता सतना जिले की रहने वाली है…पीड़िता बच्ची की मां उसे छोड़कर चली गई है, जबकि पिता मानसिक रूप से बीमार है…बच्ची अपने गांव में 8वीं क्लास में पढ़ती थी.. 24 सितंबर को बच्ची अपने गांव से ट्रेन में बैठकर उज्जैन पहुंची यहां वो अलग अलग ऑटो ड्राइवर के साथ नजर आई थी… हालांकि पुलिस ने इस पूरे मामले में सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है…