लखनऊ में दिनांक 24.03.2025 को “विश्व मौसम विज्ञान दिवस” मनाया गया | , जो विश्व मौसम संगठन (WMO) की स्थापना की 75वीं वर्षगांठ का प्रतीक है। 2025 का थीम – “एक साथ प्रारंभिक चेतावनी अंतर को पाटना” (Closing the Early Warning Gap Together) है, जो चरम मौसम घटनाओं और जलवायु परिवर्तन के प्रभाव को कम करने में प्रारंभिक चेतावनी प्रणालियों के महत्व पर जोर देता है। लखनऊ में दिनांक 24.03.2025 को “विश्व मौसम विज्ञान दिवस” मनाया गया |

इस अवसर पर कार्यालय आम जनता, विद्यार्थियों व शैक्षिक संस्थाओं के लिए प्रातः 09:30 बजे से 18:00 बजे तक खुला रहा । एयरोनॉटिकल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट सहित विभिन्न स्कूलों और कॉलेजों के छात्रों ने परिसर का दौरा किया और उन्हें कार्यालय की कार्यप्रणाली तथा विभिन्न मौसम विज्ञान उपकरणों जैसे कि डॉप्लर मौसम रडार, उपग्रह चित्रों, सतही उपकरणों, विमानपत्तन मौसम उपकरण, रेडियो सोंडे / रेडियो विंड उपकरण आदि के संचालन से संबंधित जानकारी विस्तार से प्रदान की गई |

इस विशेष दिन के लिए विषयवस्तु – “पूर्व चेतावनी के अंतर को एकजुटता के साथ पाटना” निर्धारित की गई थी ।परिचयविश्व मौसम विज्ञान दिवस हर साल मनाया जाता है ताकि 1950 में स्थापित विश्व मौसम संगठन (WMO) की भूमिका को रेखांकित किया जा सके। यह दिवस राष्ट्रीय मौसम और जलवायु विज्ञान सेवाओं (National Meteorological and Hydrological Services) की महत्वपूर्ण भूमिका को उजागर करता है, जो सार्वजनिक सुरक्षा, आर्थिक स्थिरता और पर्यावरण संरक्षण सुनिश्चित करने में सहायक होते हैं। 2025 का थीम, “एक साथ प्रारंभिक चेतावनी अंतर को पाटना,” जलवायु खतरों के खिलाफ वैश्विक चेतावनी प्रणालियों को मजबूत करने की आवश्यकता पर जोर देता है।”